पांचोता ग्राम में जैन संतो का भव्य मंगल प्रवेश

नावां सिटी:- नावां उपखण्ड मुख्यालय स्थित सांभर चौराहा पर अविस्मणीय माहौल बना जब दो सन्तो के संघो का मंगल वात्सल्य मिलन हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के जैन भवन में विराजमान गणिनी आर्यिका यशस्विनी माताजी ससंघ का मंगल विहार प्रातः नावां से ग्राम पांचोता के लिए हुआ और उधर अमितभद्र आचार्य इंद्रनंदी जी महाराज का मंगल विहार नावां चक्की पत्थर फैक्ट्री से ग्राम पांचोता के लिये हुआ। दोनों संघो का मंगल वात्सल्य मिलन नावाँ के सांभर चौराहा पर हुआ। आर्यिका यशस्विनी माताजी ने ससंघ आचार्य इंद्रनन्दी जी महाराज की अगवानी की। सांभर चौराहा पर काफी संख्या में जैन समाज के लोग दोनों सन्तो का मिलन देखकर हर्ष विभोर हो उठे।

पांचोता पंचकल्याणक कमेटी ने बताया कि आचार्य इन्द्रनंदी जी महाराज और आर्यिका यशस्विनी माताजी का गाजे बाजे के साथ ग्राम पांचोता में मंगल प्रवेश हुआ। कस्बे में प्रवेश पर आचार्य और माताजी का जगह-जगह पाद पक्षालन किया गया व इस अवसर पर पुरे ग्राम को दुल्हन की तरह सजाया गया जगह जगह स्वागत द्वार बनाए गए ,रंगोलीयां बनाई गई , ग्रामीणों ने स्वागत में पलक पांवड़े बिछाए व पुष्प वर्षा के साथ संतो की अगवानी की
प्रवेश के पश्चात दोनों संघ के संतो ने सर्वप्रथम नवीन जिनालय के दर्शन किये। और धर्मसभा को सम्बोधित किया।
प्रवचन बाद आहारचर्या सम्पन्न हुई। दोपहर में 2.30 बजे से स्वाध्याय एवं तत्व चर्चा हुई। संध्याकालीन समय मे संत निवास में गुरु भक्ति एवं महा आरती का आयोजन किया गया ।