दरखा कांड : मृतक के शव को परिजनों ने एनएच 931 पर रख लगाया अमेठी पुलिस पर गंभीर आरोप, कहा –पहले पुलिस ने पकड़ा और बाद में क्यों छोड़ दिया था

अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सुंदरपुर मजरे दरखा में बीते 19 मार्च 2021 की रात को अपने निर्माणाधीन मकान के बाहर सो रहे 35 वर्षीय युवक पर अज्ञात हमलावरों के द्वारा प्राणघातक हमला किया गया था� जिसमें बीच-बचाव करने पहुंची युवक की चाची को भी हमलावरों ने डंडे से प्रहार कर घायल कर दिया था। वहीं पर युवक कृष्ण देव ओझा गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल ले जाए गए । जहां से डॉक्टरों ने तत्काल ट्रामा सेंटर लखनऊ के लिए रेफर कर दिया । इलाज के दौरान 26 मार्च की रात्रि में कृष्णदेव ओझा जिंदगी मौत से संघर्ष करते हुए दम तोड़ दिया जिसके बाद लाश का पोस्टमार्टम हुआ।

जैसे ही परिजनों को लाश मिली परिजन लाश लेकर गांव पहुंचे और गांव वाले इकट्ठा होकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 931 के भुट्टा चौराहे पर इकट्ठा होकर राजमार्ग को जाम करते हुए बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए । धरने पर बैठे लोगों ने साफ तौर पर अमेठी पुलिस के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अमेठी पुलिस ने पहले तो अपराधियों को पकड़ा उसके बाद उसको छोड़ दिया । वहीं पर परिजनों ने इस घटना में अमेठी एडीएम के ड्राइवर की संलिप्तता बताई है जिस पर परिजनों ने तत्काल प्रभाव से एडीएम के ड्राइवर को बर्खास्त करने की मांग की है ।

आपको बता दें कि विजय पाल यादव भी उसी गांव का रहने वाला है और उसके ऊपर पहलेसे भी 2 मुकदमे गंभीर धाराओं में दर्ज थे। इसी के साथ परिजनों ने मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, दुर्घटना बीमा का लाभ तथा पारिवारिक भरण पोषण के लिए आवासीय एवं कृषि पट्टा के साथ-साथ मुकदमे की विवेचना स्पष्ट रूप से ना करने के आरोप में दरोगा विधान चंद यादव को हटाकर दूसरे जांच अधिकारी की नियुक्ति करने तथा घटना में शामिल दो अन्य अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार कर कार्यवाही करने संबंधी अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं।

मौके पर कई थानों की फोर्स एसडीएम अमेठी महात्मा सिंह तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी अर्पित कपूर परिजनों को मनाने का लाख प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद परिजन सुनने को नहीं तैयार हैं । उनका साफ तौर पर कहना है कि जब तक जिलाधिकारी महोदय मौके पर नहीं आएंगे तब तक कोई बात नहीं होगी। क्योंकि हम लोगों को आश्वासन नहीं कार्यवाही चाहिए।