संतों का संत महान संत शिरोमणि रविदास का 644 वीं जयंती समारोह का आयोजन

खगड़या । न्यूज़ ब्यूरो अश्वनी कुमार

गोगरी रजिस्ट्री मोड पर संत शिरोमणि रविदास का 644 वीं जयंती समारोह मनाया गया, इस अवसर पर महान संत रविदास के प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि समर्पित कर अमर रहे नारे को बुलंद किया गया!

समारोह का अध्यक्षता नरेश प्र. सिंह तथा मंच संचालन विपिन दास ने किया !

फरकिया मिशन देश बचाओ अभियान के संस्थापक अध्यक्ष सह पंच सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष किरण देव यादव, आपा के अध्यक्ष उमेश ठाकुर, मजदूर किसान नेता धर्मेंद्र कुमार, सुभाष जोशी, मो. रिजवान, कम्युनिष्ट नेता वीरेंद्र सिंह, अधिवक्ता प्रियवर्त सिंह, नरेश यादव, शंकर महंथ, सकलदेव दास, आनंद दास, मो आमिर, ब्रह्मदेव, शिवशंकर, रविंद्र, दिलीप, प्रह्लाद, भोला मंडल, तपेंद्र, जानकीनाथ, मो आरिफ, इन्द्रदेव, रघुनंदन, वकील, मनोज, योगेंद्र, आदि ने

कहा कि संत रविदास सच्चे अर्थो में संतों का महासंत शिरोमणि थे ! नेताओं ने कहा कि संत रविदास उच्चकोटि के विचारक, महाकवि थे! कहा कि संत रविदास ने समाज में व्याप्त अशिक्षा, अंधविश्वास, भेदभाव, विषमता ,शोषण दमन, अन्याय के खिलाफ व्यवस्था परिवर्तन की लडाई लड समता मूलक समाज का निर्माण करने, एक नये समाज का निर्माण करने की संघर्ष किया, उन्होने कर्म को ही धर्म व पूजा बताकर " मन चंगा तो कठौती में गंगा " जैसी कहावत को चरितार्थ किये! उन्होने शोषित पीडित दलित वंचित उपेक्षितों को मुख्यधारा से जोड़ने का संदेश दिया! संत रैदास के बताये रास्ता सत्य सन्मार्ग सौहार्द की ओर समाज को भाईचारा का संदेश देने का महान कार्य किये!