स्योहारा नगर पालिका की उदासीनता के चलते ज़ोरों पर है अवैध निर्माण, पालिकाध्यक्ष बने धृतराष्ट

स्योहारा (बिजनौर)

स्थानीय नगर पालिका परिषद में भवनों के अवैध निर्माण चरम सीमा पर है। नक्शे पास कराए बिना ही भवनों के अवैध निर्माण धड़ल्ले से ही हो रहे हैं। अधिशासी अधिकारी हो या नगरपालिका अध्यक्ष किसी के द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जिसके कारण नगर पालिका परिषद को राजस्व का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। यह सब कुछ किसी राजनीतिक दबाव के कारण हो रहा है या फिर किसी प्रकार के मिली भगत के सिलसिले हैं।
नगर में भू माफिया जोरो शोरो से सक्रिय हैं क्योंकि अधिशासी अधिकारी साहब तो अक्सर छुट्टियों पर ही रहते हैं, रही बात पालिकाध्यक्ष की तो उन्होंने तो आँखों पर पट्टी बांध रखी है जिस कारण नगर में बिना नक्शा पास करवाए ही भवनों के अवैध निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं और नगर पालिका परिषद को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। अवैध निर्माण हेतु शिकायत करने पर भी पालिकाध्यक्ष और पालिका प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जाती है। जिससे�शासन की छवि धूमिल हो रही है। बोर्ड की मीटिंग में अधिकांश सभासदों ने बिना नक्शा पास कराए भवनों के अवैध निर्माण को लेकर सवाल उठाएं जिसका संतोषजनक उत्तर ना मिल पाने पर मीटिंग में जोरदार हंगामे का माहौल काफी समय तक बना रहा। इतना सब कुछ होने पर भी अधिशासी अधिकारी द्वारा कार्यवाही अमल में लाने का कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। सब कुछ खाना पूर्ति की बातें चलती रही जिसका जनता में भारी रोष व्याप्त है। इनकी अनुपस्थिति से नगरवासी अपने आवश्यक कार्यों को लेकर नगर पालिका परिषद कार्यालय के चक्कर काटते रहते हैं पता चलता है कि साहब तो छुट्टी पर है। इसी उदासीनता का लाभ भूमाफिया उठा रहे हैं। 13 फरवरी 2021 को अधिशासी अधिकारी ए पी पांडे को मोबाइल द्वारा जफर अली द्वारा कराए जा रहे हैं अवैध निर्माण के संबंध में सूचित किया गया था इस पुश्तैनी आराजी बिना बंटवारे के तथा बिना नक्शा पास करवाए जा रहे संबंध में 15 फरवरी 2021 को उस्मान जैदी द्वारा एक लिखित शिकायत नगर पालिका परिषद कार्यालय में दी गई जिसके आधार पर अधिशासी अधिकारी कुछ कर्मचारियों को अपने साथ लेकर अवैध निर्माण स्थल पर पहुुंचे और नक्शा तलब किया जिसके जवाब में कहा गया की नक्शा फिर बनवा लेंगे। कर्मचारियों द्वारा फोटोग्राफी भी कराई गई। दबंगों के इस रवैया के पश्चात सारी टीम वापस हो गई और अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई जबकि शासन की ओर से अवैध निर्माण की आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।नियमों को ताक पर रखा जा रहा है और धड़ल्ले से मनमानी की जा रही है नगर वासियों में पालिकाध्यक्ष और पालिका प्रशासन की उदासीनता की जमकर भर्त्सना की जा रही है।