दो धड़ो में बटा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ, एक धड़े ने संख्या बल के साथ ज्ञापन सौप कहा नही है हड़ताल पर

सूरजपुर।इन दिनों अलग अलग विभागों में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारी संगठन अपनी मांगो को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल व विरोध प्रदर्शन दर्ज लगातार करा रहे हैं।इसी क्रम में कृषि विभाग के मैदानी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की खबर से किसान परेशान थे लेकिन देर शाम कृषि महकमे के संगठन में दो धड़ो में बट गया है।इसमें अधिकांशतः कर्मचारी हड़ताल पर नहीं होने के दावे नें काफी राहत हड़ताल से प्रभावित होने वाले किसानो के लिए है।बहरहाल आपको बताते चलें की हड़ताली सीजन में पटवारीयो के जाने से रोजमर्रा के कार्यों सहित धान बिक्री सहित अन्य कार्यों के लिए कार्यालयो का चक्कर काट परेशान है।बहरहाल हड़ताली सीजन में आज सें पंचायत सचिव संघ के साथ ही कृषि विभाग में कार्यरत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ प्रांतीय संगठन के आहवान पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की खबर सुबह से चर्चा में रही क्योंकि वर्तमान में धान खरीदी व रवि सीजन की फसल बोनी में इनकी भूमिका अहम रहती है।इसी बीच देर शाम ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ के अध्यक्ष उमाकांत के द्वारा उपसंचालक कृषि अधिकारी को ज्ञापन सौंप यह स्पष्ट किया है की संघ किसी तरह से कोई हड़ताल पर नहीं है।उक्त ज्ञापन में यह अवगत कराया की जिले के गैर कृषि स्नातक कृषि विस्तार अधिकारी आंदोलन पर हैं ,लेकिन छत्तीसगढ़ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ के सदस्य हड़ताल पर नहीं है वरन अपने मुख्यालय में दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।इसके अलावा पत्र में यह भी उन्होंने उल्लेख किया है की जिले में ग्रामीण विस्तार अधिकारियों की कुल संख्या 128 है ।इनमें से 98 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी किसी भी आंदोलन या हड़ताल में शामिल नहीं है ।इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि जिले के अधिकांश ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अपने मुख्यालय पर उपस्थित होकर अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं ।इस कारण किसी भी आंदोलन से जिले में कार्यरत 98 कृषि स्नातक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों का वास्ता नहीं है।सभी अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्व की भाती सुचारू रूप से कर रहा है। जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े क्योंकि इस समय रवि खेती किसानी का सीजन है, ऐसे में अगर कृषि विस्तार अधिकारी आंदोलन में चले जाते हैं तो कृषकों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।वहीं इस मसले पर हमने अन्य कर्मचारियों से चर्चा की तो उन्होंने बताया की संगठन में दो गुट हो गए हैं।एक धड़ा लंबे अरसे से कृषि विभाग में कार्यरत हैं जो गैर कृषि स्नातक की श्रेणी में आते हैं।इस श्रेणी में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा पदोन्नति सहित अन्य मुद्दों पर शासन के समक्ष अपनी मांगो को रखा था, इसके उपरांत उन्होंने अपनी मांगो ,वरिष्ठता क्रम व पदोन्नति में आरक्षण जैसे मुद्दों को लेकर गुहार लगाने के वावजूद सुनवाई नहीं होने पर उच्च न्यायालय में भी लगाई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी संक्रमण की दस्तक उपरांत ठप्प पड़ी सुरक्षागत कारणों से उनके मसले पर सुनवाई लंबित है।वहीं दूसरी तरफ राज्य स्तर से पदोन्नति की सूची तैयार करनें में उन्हें अधिकारों से वंचित रखने पर प्रांतीय संगठन के आवाहन पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है।बहरहाल हड़ताली सीजन में कर्मचारी संगठन में दो धड़ा बटने सें होने वाली परेशानियों से आमजन को काफी हद तक राहत मिलेगी।