यातायात विभाग करनें लगी अवैध वसुली-शहर मे लगनें वाले जाम की नहीं है फिक्र

बैकुण्ठपुर। कई महिनों के बाद एक बार फिर यातायात विभाग अवैध वसुली करना प्रारम्भ कर दी है। शासन के द्वारा विभाग के द्वारा अवैध वसुली को रोका गया था जिसके कारण कई ग्रामिणों को सुविधायें मिल गई थी, ग्रामीण क्षेत्रों से बजार आनें वालों से भी अवैध वसुली की जानें लगी थी जिसके कारण कई बार शिकायत होनें लगी और चलान काटनें की आड मे वसुली बंद हुई थी। किन्तु एक बार फिर मुख्यमंत्री के आनें का संदेश मिलते ही मुख्यालय की यातायात विभाग टीम के सांथ चलान काटनें के बहानें अवैध वसुली प्रारम्भ कर दी है ऐसा कई वाहन चालकों के द्वारा बताया गया, यहां तक सुत्रों की मानें तो वहां पर चलान मे हस्ताक्षर भी दुसरे रहते है। यातायत विभाग जब शहर सहित अपने कार्यालय के ठीक सामने से प्रतिदिन सैकड़ों ओवरलोड भारी वाहनों की आवाजही लगी रहती है। कृषि कार्य के उपयोग के लिए आने वाले ट्रैक्टर बिना नंबर प्लेट व बिना कागजात के शहर में खुलेआम व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। दिन में सैकड़ों ट्रैक्टर अवैध रूप से रेत ढो रहे हैं। बेधड़क दौड़ रही भारी वाहन पर जिला कार्यालय यातायात विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रही है तो फिर शहर से दुर ग्राम पंचायत भांडी के राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर यातायात विभाग वाहन चेकिंग के नाम पर दो पहिया व चार पहिया वाहन चालकों को परेशान कर रही है। जिसके चलते दुपहिया व चार पहिया वाहन चालक परेशान हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि यातायात विभाग चलान के नाम पर वसुली कर है, शादी विवाह के समय हमेशा से ही यातायात विभाग शहर मे यातायात के जाम को छोडकर शहर से दुर चेकिंग के नाम पर अवैध वसुली मे मस्त रहती है तो शहर मे वाहन चालक जाम मे पस्त रहते है। यातायात विभाग के खिलाफ आक्रोश पनपने लगा है। गौरतलब है कि वर्तमान में शादी का सीजन चल रहा है। आसपास के कई ग्रामीणों को रोज दैनिक कार्यों के चलते कई बार ग्रामीण क्षेत्रों से शहर में आना होता है। लोग अपने परिवार के साथ मंदिरों में दर्शन करने तो घरेलू सामग्री खरीदने के लिए मोटरसाइकिल से ही शहर आते हैं। यातायात वाहन चेकिंग के नाम पर दो पहिया वाहन सहित चार पहिया वाहन चालकों को सड़क में रोककर परेशान कर रही है। कई मोटरसाइकिल व चार पहिया वाहन चालकों ने बताया कि वाहन चेकिंग के नाम पर यातायात अवैध उगाही में लगे हुए हैं। वह रेत एवं अन्य अवैध कार्यों में लगे लोगों के साथ सांठगांठ होने के कारण उन पर मेहरबानी दिखाकर हम पर पीछे पड़े हुए हैं। विभाग के द्वारा चालानी कार्रवाई में हेलमेट, कागजात ना रखने को लेकर, तो किसी वाहन पर प्रदूषण ज्यादा फैलाने की बात कह कर कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के चालक शहरी क्षेत्र में आने-जाने से भी घबरा रहे हैं। इस डर से लोग अंदरूनी रास्तों से आवागमन भी करने लगे है। कई बार यातायात से बचने के लिए लोग तेज रफ्तार में वाहन भी चलाते हैं जिससे दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है। बाइक चालकों को छोड़ने के बदले कई बार बिना चालान के सौ से दो सौ रुपये लेकर यातायात के कर्मचारी छोड़ने में भी लगे हुए हैं। इस तरह से चालान के नाम पर अवैध उगाही का दौर चल रहा है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ वाहन चालकों ने बताया कि हम लोग परिवार मे शादी है जिसके लिए हम कपड़ा लेने बैकुंठपुर गए थे तब हमे भांडी के पास रोक दिया गया हेलमेट नहीं पहना थे। हमने बहुत कहा कि घर में जल्दबाजी में हेलमेट पहनना भूल गए तो वह 500 मांगने लगे हमारे पास इतने पैसे नहीं थे तो चाबी तक रख लिया गया था, मजबूरी में 200 देने पर ही हमें छोड़ा गया। आप चौकिए यह कोई पहला मामला नहीं यातायात विभाग के द्वारा यह वाक्या प्रतिदिन सैकड़ों वाहन चालकों के सांथ होता है।