जल संचय का सबसे बेहतरीन उदहारण है डूंगरपुर शहर - शेखावत



दिल्ली के श्रम विभाग में जल संचय को लेकर हुई बैठक।

अब देश की राजधानी अपनाएगी डूंगरपुर का जल संचय प्लांट

7 नवम्बर को दिल्ली सरकार की टीम डूंगरपुर आएगी,देखेगी जल संचय के कार्य


डूंगरपुर - स्वच्छता में पुरे देश में मिसाल बन चुकी डूंगरपुर निकाय ने स्वच्छता के साथ जल संचय और वृक्षारोपण में ऐतिहासिक कार्य करके ये दिखा दिया कि कोई काम बड़ा नहीं होता है बस उसको करने की लगन सच्ची होनी चाहिए। स्वच्छता के साथ डूंगरपुर निकाय के निवर्तमान सभापति के.के.गुप्ता ने शहर में जल संचय का बेहतरीन उदहारण प्रस्तुत किया है जिसकी प्रशंसा स्वयं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत कर चुके है,शेखावत ने जल संचय में डूंगरपुर को देश को मोडल बताया और देश में डूंगरपुर को रोल मोडल मानते हुए अन्य शहरों को डूंगरपुर से सिखने की बात कही थी। वही मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मुख्य आतिथ्य में श्रम विभाग में दिल्ली प्रदेश की एक बैठक का आयोजन हुआ जिसमे दिल्ली में बढ़ती हुई जल समस्या पर चर्चा हुई बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल,जल एवं स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन सहित दिल्ली प्रदेश के अधिकारी और अन्य मंत्री मौजूद रहे। बैठक में दिल्ली में बढ़ती हुई जल समस्या पर चर्चा हुई जिसमे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज के जल को कल के लिए बचाना जरुरी है और उसके लिए दिल्ली में प्रत्येक घर पर वाटर हार्वेस्टिंग कराकर भूजल को बढ़ाया जा सकता है,जल हमें केवल वर्षा से प्राप्त होता है और वर्षा के जल को संचय करके हम भविष्य के लिए जल को बचा सकते है इस पर दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर घरो पर वाटर हार्वेस्टिंग करवाई थी पर वाटर हार्वेस्टिंग कराने का खर्च 1 लाख से अधिक है,इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब डूंगरपुर शहर में 16 हजार में वाटर हार्वेस्टिंग कराकर वर्षा के करोडो लीटर पानी को भूजल में पहुंचाया है तो दिल्ली भी डूंगरपुर के जल संचय के कार्यो का अनुसरण करे,उन्होंने कहा कि डूंगरपुर के निवर्तमान सभापित के.के.गुप्ता ने जल की महत्वत्ता को समझते हुए पूर्व में ही जल संचय हेतु बेहतरीन कार्य किये है जिसमे शहर के कई घरो पर केवल 16 हजार में वाटर हार्वेस्टिंग करवाकर पुरे देश के लिए उदहारण प्रस्तुत किया है,दिल्ली डूंगरपुर शहर में हुए जल संचय के कार्यो को अपनाकर जल संचय करे। इधर रविवार को दिल्ली सरकार ने जल संचय को लेकर एक बैठक आयोजित की जिसमे मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल,जल मंत्री सत्येंद्र जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में डूंगरपुर के निवर्तमान सभापति के.के.गुप्ता को विशेष सदस्य के रूप में आमनत्रित किया गया। बैठक में दिल्ली में जल संचय के कार्यो की समीक्षा के साथ प्रदेश में वाटर हार्वेस्टिंग करने का कार्य शुरू करने पर चर्चा हुई। वही डूंगरपुर के निवर्तमान सभापति के.के.गुप्ता ने बैठक में जल संचय के कार्यो को विस्तार पूर्वक बताया कहा कि डूंगरपुर ने जल संचय में बावड़ियों,कुओ और तालाबो की सफाई और उसको रिचार्ज करने का कार्य किये जिससे आज शहर में पिने के पानी की समस्या का निवारण हुआ वही वर्षा के जल को संचय करने हेतु शहर के सरकारी कार्यालयों और घरो पर वाटर हार्वेस्टिंग कराकर करोडो लीटर वर्षा का पानी भूजल में पहुंचाया और केवल दो साल में भूजल स्तर 20 फिट बढ़ा,गुप्ता ने कहा कि डूंगरपुर शहर में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने से वर्षा का जल भूजल तक नहीं पहुंच पाता था ऐसे में वर्षा का जल भूजल तक ले जाने का आसान रास्ता वाटर हार्वेस्टिंग ही था हमने इसको अपनाया और करोडो लीटर पानी जमीन तक पहुंचाया,बैठक में गुप्ता ने कहा कि डूंगरपुर निकाय ने वाटर हार्वेस्टिंग हेतु सब्सिडी भी दी और केवल 8 हजार में घरो पर वाटर हार्वेस्टिंग करवाई। बैठक में गुप्ता ने डूंगरपुर में हुए ऐतिहासिक कार्यो को विस्तार से बताया। वही दिल्ली के मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर निकाय के निवर्तमान सभापति के.के.गुप्ता के कार्यो की काफी प्रशंसा की और कहा कि दिल्ली अब डूंगरपुर के निवर्तमान सभापति के जल संचय के कार्यो को अपनाएगी और दिल्ली को भी डूंगरपुर की तरह जल मग्न करेगी। मुख्यमंत्री ने दिल्ली के जल एवं स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन के नेतृत्व में एक टीम डुंगरपुर भेजने का निर्णय लिया और टीम डूंगरपुर में हुए जल संचय एवं अन्य विकास के कार्यो के कार्यो को देखेगी। ये टीम 7 नवम्बर रविवार को डूंगरपुर पहुंचेगी और डूंगरपुर में जल संचय के कार्यो को देखकर दिल्ली में अपनाएगी।