पटना थानें बिते दिनों हुई कार्यवाही मे पुलिस के उपर लगा नशे का समान रखनें का आरोप, बीस हजार मे हुई थी सेटींग

कोरिया 31 अक्टूबर। जिले समेत सरगुजा संभाग के आईजी रतन लाल डांगी के कडे निर्देश है कि पांचों जिला सहित सभी थाना क्षेत्रों मे अवैध कार्य पर अंकुश लगाना है। इतना ही नहीं आईजी श्री डांगी के द्वारा नशे के अवैध कारोबार मे संलिप्त पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही भी हुई है, इतना ही नहीं श्री डांगी के निर्देश के बाद झारखण्ड सहित आसपास के राज्यों से भी नशे के अवैध कारोबार को बंद करानें की सुचना भी आ रही है, किन्तु कोरिया जिले के पटना थाना के कटकोना चौकी के अंगा ग्राम मे पुलिस टीम एक युवक को उसके घर से सोते समय पकडी, चौकी प्रभारी नें जब युवक को उसके घर के अंदर से सोते हुए पकडे तब युवक के पास किसी प्रकार का मेडिकल नशे का समान बरामद नहीं हुआ था, इस बात की जानकारी मिलते ही युवक के पिता घटना स्थल पर पहुंचे और प्रभारी से पुछे की मेरे लडको को पकडनें का कारण तब प्रभारी नें बताया की इसकी शिकायत झींगा और टूंडे लाल के द्वारा किया गया है इसलिए हम पकडनें आए है, कुछ भी नहीं मिला है थाना से छोड देंगे। किन्तु अधिकारियों के सामने अपनी वाह-वाही लेने के लिए पटना थाना इंचार्ज प्रभारी के द्वारा पटना क्षेत्र के कुछ समाजिक तत्वों से सांठ-गांठ कर जिस युवक के पास एक नग भी नशिली दवा नहीं मिली थी, उसके उपर पटना थाना प्रभारी के द्वारा नशे के शौदागर अंगा निवासी अवध साहू(बदला हूआ नाम), पटना के असमाजिक लोगों के दबाव व धर्म के ठेकेदारों से मिलकर बीस हजार रुपये का सामान अंगा के एक युवक अवध साहूं से बीस हजार मे खरीद कर पकडे गए युवक के सिर मढ दिया गया, इस बात की जानकारी लेनें युवक के अभिवावक थाना पहुंचे तभी प्रभारी के द्वारा अपशब्दों का प्रयोग करते हुए महीला के सामनें उन्हे कुछ भी बतानें से मना किया गया तभी अंगा निवासी अवध झोले मे भरकर नशिली इंजेक्सन व टेबलेट ला कर थानें मे रखा था इसकी जानकारी पिडित लडके के पिता नें बताई है। थाना प्रभारी और क्षेत्र के असमाजिक लोग जिन्हे थानें से संरक्षण प्राप्त है कवैध कार्यों मे उन्ही सें मिलकर मेडिकल नशे की 48 नग स्पास्मों टेबलेट, रेक्सोजेशिन इंजेक्शन 07 नग, एविल 102 नग, बिना रेपर के एंपुल 106 नग, सिरिंज 02 नग और निडिल 06 नग सुमित के नाम कर दिया गया लेकिन पुलिस यह भुल गई कि जो भी नशिली दवा इंजेक्सन बेंचता है वह सिरिंज निडिल नहीं रखता है। पुलिस अपनें बयान मे भी फंसी मौके पर रेड मारनें की कार्यवाही करनें गए कटकोना चौकी प्रभारी ने सुमित के घर की पुरी तलासी ली थी तलासी के बाद भी कुछ नहीं मिला था, ग्रामीणों व युवक के पिता राकेश गुप्ता को भी बताया गया की कुछ नहीं मिला है, चौकी प्रभारी के द्वारा भेजे गए मुखबिर झींगा व टंडे लाल ने भी कहा है की सुमित के पास कुछ नहीं मिला है। इसके बाद अंगा से पटना थाना पहुंचते तक युवक के पास इतनी मात्र मे नशिली दवा पहुंचना जांच का विषय है। इतना ही नहीं पटना पुलिस के द्वारा दुसरे दिन प्रेस वार्ता भी रखी गई थी वहां पर भी नशिली दवाओं को टेवल पर नहीं रखा गया था, जबकि इन नशे के मामलों मे सभी कार्यवाही मे टेबल पर ही रख कर प्रेस वार्ता होती है, इस बिच प्रेस वार्ता मे पहुंचे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि ने जप्त नशिली दवाओं की जब समाचार हेतु वीडियो बनाने की मांग की तब थानें मे उपस्थित पुलिस अधिकारियों के द्वारा बहाना बनाया जानें लगा की अब कार्टून पैक कर दिया गया है। जबकि प्रेस वार्ता मे कभी भी किसी भी पकडे गए समानों को पैक नहीं किया जाता है। सुमित गुप्ता के उपर पटना थाना के द्वारा किए ग ए कार्यवाही से यह तो साफ हो गया है कि पटना के असमाजिक व अवैध कार्यों मे लिप्त लोगों के कहनें पर कार्यवाही हो रही है। कार्यवाही करनें के बाद भी 50 हजार रुपये की डिमांड राकेश गुप्ता से की गई है। जबकि पटना थाना क्षेत्र मे लगातार अवैध कबाड़, जुंआ, सट्टा, कोयला, ब्याज व मेडिकल नशे का कारोबार खुलेआम हो रहा है, सहित अन्य प्रकार के कारोबार संरक्षण के तहत चल रहा है। ज्ञात हो कि पटना थाना प्रभारी के द्वारा किए गए फर्जी कार्यवाही की शिकायत संसदीय सचिव अम्बिका सिंह देव, पुलिस महानिर्देशक, पुलिस महानिरिक्षक व पुलिस अधिक्षक को पिडित के पिता नें शिकायत कर दोशी अधिकारियों पर कार्यवाही करनें का आगृह किया है।