जिला ब्लडबैंक कर्मी कि लापरवाही के चलते महिला कि मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप।


चित्तौड़गढ़।

जिला चिकित्सालय में एक महिला कि मौत हो जाने के बाद परिजनों ने ब्लड बैंक पर गंभीर आरोप लगाए।
बांसी निवासी ललित कुमार सेन ने बताया कि उसकी काकी रामकन्या (35) पत्नी ओम प्रकाश सेन को जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया उनका हीमोग्लोबिन कम था जिस पर हम ब्लड बैंक में ब्लड लेने गए तो हमे करीब 3-4 घण्टे तक वापस आओ कहकर घुमाते रहे और अंत मे जब ब्लड बैंक का स्टाफ बदला तो उन्होंने यहाँ यह ब्लड ग्रुप उपलब्ध नही होने की बात कही हालांकि ऐसे हालत में एटीबीएफ संस्थान को ब्लड के लिए कॉल किया तो कुछ ही मिनटों में डोनर ने आकर रक्तदान किया ओर ब्लड लेकर पहुचे तो काकी सांसे छोड़ चुकी थी।
ललित ने बताया कि अगर ब्लड बैंककर्मी लापरवाही नही करके पहले ही बोल देते तो तुरन्त ब्लड की व्यवस्था हो सकती थी ऐसे में पेसेंट को जान नही गवानी पड़ती लेकिन हमें कई चक्कर काटने पड़े फिर भी ब्लड नही मिला।
जहा जिला ब्लड बैंक हमेशा विवादों में रहा है तो एक बार पुनः सवालों के घेरे में है, वही सवाल यह उठता है कि हाल ही में जिला चिकित्सालय प्रमुख ने अखबारों में अपने बयानों में यह कहा कि हमारे ब्लड बैंक में ब्लड कि कोई कमी नही है ओर हर ग्रुप निश्चित मात्रा में उपलब्ध है तो आखिर ब्लड कि कमी के चलते कैसे पेसेंट को गवानी पड़ रही है।
बता दे कि आये दिन लोगो को ब्लड के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है इसके बावजूद चिकित्सालय प्रसासन गंभीर नही है ओर अपनी हठधर्मिता छोड़ने को तैयार नही, वही एक महिला को इसके चलते जान गवानी पड़ी कम से कम इसके बाद तो उच्चाधिकारियों को संज्ञान लेने की आवश्यकता है, ताकि आगे से ऐसे हालात ना बने।