चंदौली-कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन पर सपा के राष्ट्रीय सचिव सहित 10 नामजद  व 500 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा,

कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन पर सपा के राष्ट्रीय सचिव सहित 10 नामजद व 500 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा,

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली- सपा की किसान यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन पर सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, पूर्व सांसद रामकिशुन यादव समेत 10 नामजद व 500 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
किसान यात्रा के दौरान नेताओं के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं की भीड़ मुख्यालय पहुंची थी। अधिकांश ने मास्क नहीं लगाया था। वहीं शारीरिक दूरी के मानक की भी खूब धज्जियां उड़ी। पुलिस ने सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया है। सख्ती से खलबली मची है।
केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए कृषि सुधार विधेयक के खिलाफ 12 अक्टूबर को सपाई मुखर रहे। जिले के विभिन्न हिस्सों से पार्टी पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं का हुजूम जिला मुख्यालय स्थित धरनास्थल पहुंचा था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार सपाइयों ने इसके लिए अनुमति नहीं ली थी। वहीं कोविड प्रोटोकाल का भी पालन नहीं किया। धरनास्थल पर 500 से अधिक सपाइयों की भीड़ जुटी। इसके चलते संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ था। पार्टी नेताओं ने तो मास्क पहना था लेकिन उनके साथ चलने वाली कार्यकर्ताओं की भीड़ में अधिकांश इसको लेकर बेपरवाह दिखे। धरनास्थल पर जगह कम होने की वजह से लोग एक-दूसरे के नजीदक खड़े हो गए थे। सपाइयों की यह हरकत जिला प्रशासन को नागवार लगी। किसान यात्रा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने से परहेज किया ेगया। लेकिन कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर सदर कोतवाली में सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, पूर्व सांसद रामकिशुन यादव, पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू, पूनम सोनकर, जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर, मनोज सिंह काका, नफीस अहमद गुड्डू, संतोष यादव, बाबूलाल यादव के साथ ही 500 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एएसपी प्रेमचंद ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल का पालन न करने पर सपा नेताओं व 500 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्रशासन से अनुमति लेकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना-प्रदर्शन पर कोई रोक नहीं है। लेकिन कोविड प्रोटोकाल का पालन जरूरी है।