CBSE: तीन साल की लंबी लड़ाई के पश्चात, छात्र को मिला एक लाख मुआवजा

दिल्ली। कादीपुर में पढ़ने वाले छात्र अर्जुन चौधरी को अंतः आज 3 साल की लंबी लड़ाई के पश्चात आज दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के आदेश के पश्चात मुआवजे के तौर 1 लाख का चैक दिया ज्ञात हो की विधालय के कुछ अध्यापको की लापरवाही के चलते अर्जुन चौधरी नामक छात्र को 10वीं में �पहली बार �एसऐ 1 के तीन विषय के नंबर सीबीएसई की वेबसाइट पर नही चढ़वाएं थे दूसरी बार गलत विषय के पेपर दिलवाये गए थे ये मामला जब प्रकाश में आया.

जब अर्जुन स्कूल leaving सर्टिफिकेट लेने आया व नवनियुक्त उप प्रधानाचार्य सुरेंद्र पाल सिंह से मिला व SLC लेने की वजह पूछी शक होने पर जब उन्होंने विधालय स्तर उसकी जाँच की तो उनको कुछ अध्यापको की लापरवाही नज़र आयी इस दौरान यह मामला विधालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष विकास सैनी के समक्ष आया तो अर्जुन काफी हताश हो चुका था, विकास ने त्वरित कार्यवाही करवाते हुए अर्जुन व उसकी माता को दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दफ्तर भेज कर शिकायत दर्ज करवाई व लगातार DCPCR से बात करते रहे.

उधर उप प्रधानाचार्य सुरेंद्र व उनकी टीम लगातार शिक्षा विभाग व सीबीएसई के संपर्क में रहे व अंतः डीसीपीसीआर, उप प्रधानाचार्य सुरेंद्र, उनकी टीम व विकास सैनी की मेहनत रंग लाई व अर्जुन चौधरी को एक लाख का चैक मुआवजे के तौर पर दिया गया इसके अलावा दोषी अध्यापको पर शिक्षा विभाग कठोर कार्यवाही करने के लिये अग्रसर है. आपको यह भी बता दु इस मामले में विधालय के मौजूदा प्राचार्य आर आर पी सिन्हा व गुंजन दीदी का विशेष योगदान रहा जिन्होंने मामले पर लगातार अपने स्तर पर DCPCR व शिक्षा विभाग से बातचीत करते रहे ताकि अनैतिक दबाव के चलते मामला ना दबे.