70 साल की धरोहरों को बेच कर चलाया जा रहा है देश-भगोरा

:20 सरकारी कंपनियों में हिस्सेदारी बेच रही मोदी सरकार, 6 पर ताला लगाने की तैयारी

डूँगरपुर।कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता व पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा देश की धरोहरों को लगातार बेचने पर कड़ा रोष प्रकट करते हुए कहा कि जो 70 साल की दुहाई देते थे आज वहीं 70 सालों से बचाकर रखी धरोहरों को क्यो बेच रहे है।
भगोरा ने कहा कि देश आज आर्थिक संकट से जूझ रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात तो करते है मगर कभी देश की आर्थिक हालातो पर नही बोलते जनता का ध्यान कभी मंदिर-मस्जिद तो कभी एनआरसी जैसे मामलों में उलझा कर ध्यान भटका रहे है देश की जीडीपी लगातार गिर रही है बेरोजगारों को नोकरी व वैश्विक महामारी में 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज जिस तरह 15 लाख खाते में आएंगे कहने का जुमला साबित हुआ।
भगोरा ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा वर्तमान में 20 सरकारी कंपनियों सीपीएसीएस और उनकी इकाइयों में हिस्सेदारी बेच रही है, जबकि छह को बंद करने पर विचार किया जा रहा है।
भगोरा ने बताया कि ''नीति आयोग की ओर से तय किए गए मानदंडों के आधार पर सरकार ने 2016 से 34 मामलों में रणनीतिक विनिवेश को मंजूरी दी है। इनमें से 8 में विनिवेश की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 6 कम्पनियों को बंद करने पर विचार किया जा रहा है और 20 अन्य में प्रक्रिया अलग-अलग चरण में है।''
जिन कंपनियों को सरकार बंद करने पर विचार कर रही है उनमें हिंदुस्तान फ्लोरोकार्बन लिमिटेड (एच एफ एल), स्कूटर्स इंडिया, भारत पंप्स एंड कम्प्रेसर्स लिमिटेड, हिंदुस्तान प्रीफैब, हिन्दुस्तान न्यूजप्रिंट और कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्टूकिल्स लिमिटेड शामिल हैं।
जिन कंपनियों में विनिवेश की प्रक्रिया अलग-अलग चरणों में हैं, वे हैं- प्रोजेक्ट एंड डिवेलपमेंट इंडिया लिमिटेड, इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट (इंडिया) लिमिटेड, ब्रिज एंड रूफ को इंडिया लिमिटेड, यूनिट्स ऑफ सीमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआई), सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड, नागरनर स्टील प्लांट, अलोय स्टील प्लांट, दुर्गापुर; सालेम स्टीम प्लांट; भद्रावती यूनिट्स ऑफ SAIL, पवन हंस, एयर इंडिया और इसकी पांच सब्सिडियरी और एक जॉइंट वेंचर।
पूर्व सांसद ने बताया कि इसके अलावा एचएलएल लाइफ केयर लिमिटेड, इंडियन मेडिसिन एंड फार्माशूटिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड, इंडियन टूरिज्म डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (आईटीडीसी), हिन्दुस्तान एंटीबायोटिक्स, बंगाल केमिकल्स और फार्माशूटिकल्स, भारत पेट्रोलियम लिमिटेड, नूमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड में बीपीसीएल की हिस्सेदारी, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और नीलांचल इस्पात लिमिटेड में रणनीतिक बिक्री चल रही है।
भगोरा ने कहा कि भारतीय रेल, भारतीय पेट्रोलियम, इंडियन एयर लाइंस, भारतीय जीवन बीमा निगम जैसी नामी अर्द्धसरकारी कम्पनियों को पहले ही निजी हाथों में सौंप कर देश के विभिन्न उपक्रमों का निजीकरण कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री 70 सालों की दुहाई देते है कि 70 साल में कुछ नही हुआ तो अपने 6 सालों के कार्यकाल में अगर कोई धरोहरों स्थापित की हो तो उसे निजी हाथों में सौपना चाहिए कांग्रेस सरकार की वर्षो से जोड़ी देश की बेशक़ीमती धरोहरों को क्यो नीलाम किया जा रहा है।