राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल -सुशील कटारा


:कांग्रेस की आपसी गुटबाजी का खामियाजा भुगत रही है जनता
:भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेताओं ने भी जनता को दिया धोखा

डूंगरपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा मैं वर्तमान कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया हैवही भारतीय ट्राईबल पार्टी पर भी निशाना साधा है। सुशील कटारा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिजली के बिलों को देखकर उपभोक्ताओं के होश उड़ गए हैं वहीं कोरोना महामारी प्रबंधन में भी राज्य सरकार पूरी तरह से विफल रही है। कटारा ने किसानों की कर्ज माफी, रोजगार, महंगाई और कानून व्यवस्था सहित हर मोर्चे पर राज्य सरकार को विफल बताया और कहा कि जयपुर से लेकर डूंगरपुर तक प्रदेश के हर जिले में कांग्रेस की गुटबाजी साफ नजर आ रही है। हाल ही में कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के जन्म दिवस पर आयोजित आयोजनों में कांग्रेस दो धड़ो में बंटी नजर आई। सुशील ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री और नेता अपनी कुर्सी बचाने के फेर में लगे हैं और किसी को जनता की नहीं पड़ी है। ऐसे में पूरे प्रदेश का विकास ठप सा हो गया है। डूंगरपुर जिले के हालात पर सुशील कटारा ने कहा कि डूंगरपुर जिले के ज्यादातर लोग गरीब है और सरकार की योजनाओं से उन्हें संबल मिलता है। लेकिन बजट के अभाव में ज्यादातर सरकारी योजनाओं की प्रगति धीमी हो गई है जिसका खामियाजा डूंगरपुर जिले की जनता को भुगतना पड़ रहा है। सुशील कटारा ने कांग्रेस और बीटीपी के गठबंधन पर भी निशाना साधा और कहा कि राज्यसभा चुनाव और सियासी संकट के दौरान बीटीपी के विधायक कांग्रेस के विधायकों के साथ होटलों में मौज करते रहे वही इधर कोरोना काल मे जनता परेशान होती रही। सुशील कटारा ने बीटीपी के नेताओं पर आदिवासी समाज को गुमराह करने और क्षेत्र की सामाजिक समरसता बिगाड़ने के आरोप भी लगाए। प्रदेश महामंत्री सुशील ने कहा कि चौरासी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता अपने भाषण में खुद कह रहे है कि गहलोत सरकार द्वारा राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के लिए बीटीपी विधायकों को 2-2 करोड़ और सरकार बचाने के लिए 25-25 करोड़ रुपए दिए है। सुशील ने कहा कि गहलोत सरकार हमेशा अपनी विफलताओं के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराती है जबकि हकीकत यह है कि वर्तमान सरकार ने पिछले 2 सालों में गत भाजपा सरकार की योजनाओं का नाम बदलने के अलावा कोई काम नहीं किया है। सुशील ने कहा कि शिक्षक भर्ती 2018 में रिक्त रहे 1167 पदों पर नियुक्ति की लिए एसटी वर्ग के नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थी 2 साल से आंदोलन कर रहे है। कुछ माह पूर्व गहलोत सरकार ने मामले को सुलझाने के लिए एक कमेटी का गठन किया था लेकिन आज तक उस मामले में कोई निर्णय नही हुआ। सरकार द्वारा धोखा देने से नाराज अभ्यर्थी 2 दिन से हाईवे स्थित काकरी डूंगरी पर प्रदर्शन कर रहे है लेकिन कांग्रेस या प्रशासन का कोई प्रतिनिधि उनकी समस्या सुनने नही पहुचा। इससे जाहिर है कि कांग्रेस सरकार टीएसपी एरिया में बेरोजगार युवाओं के प्रति गंभीर नही है। सुशील ने कहा कि बीटीपी और कांग्रेस की मिलीभगत का यह पूरा खेल अब जनता समझ चुकी चुकी है तथा आने वाले पंचायत राज चुनाव में इसके परिणाम सामने आएंगे साथ ही भाजपा के उम्मीदवार भारी मतों से जीतेंगे।