नगर पंचायत नगरी के शासकीय राशन दुकान में नगरी वासियों को दिया जा रहा है घटिया क्वालिटी का चावल वितरण का मामला

नगरी अशोक संचेती

घटिया चावल मिलने से हितग्राहियों में आक्रोश

खटिया चावल की गूंज पूरे नगर पंचायत नगरी मैं गूंजी

जागरूक पार्षदों ने पहुंचकर चावल का किया निरीक्षण पार्षदों ने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए और हितग्राहियों को अच्छा चावल वितरण किया जाना चाहिए


आम उपभोक्ताओं का कहना है कि इतनी घटिया चावल आज तक हमने नहीं देखा

कुछ जानकारों का कहना है कि यह कहीं बड़े घोटाले की साजिश तो नहीं धमतरी जिले एवं नगरी ब्लॉक में इतने राईस मिल होने के बाद भी दूसरे जिले से लाया जा रहा है चावल

खाद्य निरीक्षक नगरी - निलेश चंद्राकर- मैं बाइट दे नहीं सकता जिला अधिकारी से बात कीजिए।

17 अगस्त,सोमवार को नगरी के कुछ लोगों ने एक शासकीय उचित मूल्य की दुकान से घटिया चावल मिलने की शिकायत पत्रकारो से की। अपने साथ लाए घटिया चावल भी दिखाया।चावल में कीडे लगे हुये थे साथ ही हल्का लाल,पीला काला व टुटान वाला चावल एक शासकीय उचित मूल्य की दुकान से मिलना बताया ।यह चावल खाने लायक नहीं है यह भी कहा।इससे हितग्राहियों में काफी आक्रोश है।एक राशन दुकान से इस माह बांटे गए चावल की क्वालिटी ठीक नहीं है।हितग्राहियों से शिकायत मिलने के बाद कुछ पत्रकारों ने उस शासकीय राशन दुकान का निरीक्षण किया व हितग्राहियों की शिकायत सही पाया।उस राशन दुकान के संचालक ने भी इस बात को स्वीकार किया हितग्राहियों ने कहा यदि शासन के पास खाने लायक चावल नहीं है तो सरकार चावल वितरण कार्य बंद कर दे। ऐसे खराब चावल का आवंटन क्यों किया जा रहा है।जिलाधीश महोदय से इस बात की शिकायत करने की बात भी कही।
36,000 करोड़ का नान घोटाला जिस पर छत्तीसगढ़ की राजनीति में मचा दिया हाहाकार उसी तर्ज पर हो सकता यह मामला, जांच के बाद हो सकता है खुलासा।धटिया चावल मंगाये जाने व वितरण किये जाने का आरोप।ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर लगाया जाए सरकार को चुना नगरी विकासखंड में दर्जनों राइस मिल होने के बावजूद पीडीएस का चावल गरियाबंद व अन्य जिलों से मंगाया जा रहा है ।अन्य जिले से चावल ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर सरकार को लाखो का चुना लगाया जा रहा है। इस मामले की जांच होनी चाहिए जब नगरी विकास खण्ड में कई राइस मिल संचालित है, मिलिंग कार्य भी किया जा रहा है, इन के बावजूद चावल ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर लाखों खर्च किया जाना घोटाले की आशंका को जन्म देती है। 36,000 करोड़ का नान घोटाला जिस पर छत्तीसगढ़ की राजनीति में मचा दिया था हाहाकार ।उसी तर्ज पर हो सकता यह मामला, जांच के बाद हो सकता है खुलासा। लोगों ने त्रधटिया चावल मंगाये जाने व वितरण किये जाने का आरोप लग रहा है


पार्षदों ने जांच की पीडीएस की चावल की क्वालिटी नगर पंचायत नगरी के एक उचित मूल्य की दुकान सोसाइटी में खराब चावल देने की शिकायत वार्ड वासियों ने अपनी पार्षदों से की और समाचार के माध्यम से भी घटिया चावल की गूंज उठा रही थी तो इन सभी ने निरीक्षण किया सभापति भूपेंद्र साहू पार्षद पूनम बलजीत छाबड़ा अश्वनी निषाद व जितेंद्र ध्रुव ने जब राशन के चावल को देखा तो सभी आक्रोशित हो गए 40% से ज्यादा अधिक टूटा हुआ घटिया स्तर के चावल को वार्ड वासियों को दिया जा रहा है उपयुक्त चावल की सप्लाई गरियाबंद के मिलर्स के द्वारा की जा रही है कार्ड धारियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा घटिया चावल की आपूर्ति आम नागरिकों के लिए किया जा रहा है वही सभी पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि इस तरह की चावल को कार्ड धारियों को दिया जाना तत्काल बंद किया जाए वह ऐसे चावल की सप्लाई करने वाले पर ठोस कार्यवाही की जाए वह तत्काल खराब चावल को बदलकर अच्छी क्वालिटी का चावल वार्ड वासियों को उपलब्ध कराया जाए शासन द्वारा राशन दुकान के माध्यम से गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ते दर पर चावल उपलब्ध कराई जाती है और अभी तो वह चावल और भी कीमती हो जाता है कॅरोना काल की इस महामारी में बेरोजगार हो चुके व आर्थिक मंदी का सामना कर रहे लोगों के लिए एक बड़ा सहारा है किंतु जिस चावल से गरीब अपना और अपने परिवार का पेट भरता है वही घटिया क्वालिटी का हो तो गरीब फिर खाएगा क्या ।जिस पर जागरूक पार्षदों ने शासन से अच्छी क्वालिटी के चावल नगर वासियों को देने की बात की है

खाद्य निरीक्षक नगरी - निलेश चंद्राकर- मैं बाइट दे नहीं सकता जिला अधिकारी से बात कीजिए। जिलाधिकारी को फोन लगाने की कोशिश की गई मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका