जिला कलक्टर ने की नई शुरुआत, कोविड-19 रोगियों को मिलेगी अधिक सुविधा

चित्तौड़गढ़ जिला कलक्टर के.के. शर्मा ने एक नई पहल की है। होम क्वारेन्टाईन घर पर रहकर कोविड-19 का ईलाज ले रहे मरीजों से ऑनलाईन वार्तालाप के माध्यम से सीधा सम्पर्क किया।
यह ऑनलाईन वार्तालाप डॉ. लवकुश पाराशर के द्वारा जिला चिकित्सालय सांवलियाजी के माध्यम से पिछले तीन दिनों से निरन्तर चल रही है। जब से कोविड-19 के रोगियों को घर पर ही ईलाज की सुविधा मुहैया की जाने लगी है तब से चिकित्सा विभाग व जिला प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसके लिए चिकित्सीय दलों का गठन किया गया, जो निरन्तर घरों पर जाकर सेवाएं दे रहा है। किन्तु फिर भी अनेक समस्याओं का सामना रोगियों को करना पड़ रहा था। अतः जिला चिकित्सालय के प्रमुख अधिकारी डॉ. दिनेश वैष्णव के निर्देशन में डॉक्टर जो विषय विशेषज्ञ है, डॉ. अनीश जैन, जनरल फिजिशियन, डॉ. दिनेश काठेड़ शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. मनिष वर्मा, डॉ. प्रतिभा सनाढ्य, स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. रितु खाब्या स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. कासोलिया व अन्य चिकित्सक का पैनल बनाकर, डॉ लवकुश पाराशर को ऑनलाईन वार्तालाप के संचालन की जिम्मेदारी दी गई। इस मीटिंग में ये सभी डॉक्टर व मरीज एक साथ ऑनलाईन सम्पर्क में रहते हैं और उनकी समस्याओं का तुरन्त निराकरण होता है। मीटिंग प्रतिदिन 9.15 बजे रात्रि को होती है।
रात्रि की ऑनलाईन वार्तालाप में उपस्थित रहने का निर्णय सायंकालीन अधिकारियों की बैठक के दौरान जिला कलक्टर के.के. शर्मा ने लिया। जिसमें डॉ. दिनेश वैष्णव, डॉ. दिनेश काठेड़, डॉ. अनीश जैन, डॉ. प्रतिभा सनाढ्य, डॉ.रितु खाब्या, डॉ. मनीष वर्मा, डॉ. राकेश कासोलिया, विषय विशेषज्ञ के रुप में मौजूद थे। दो अलवर जिले के चिकित्सक डॉ. रुपसिंह एम.डी. फिजिशियन व डॉ. मनोज चौधरी आयुर्वेद चिकित्सक भी विशिष्ठ अतिथि के रुप में थे।
ऑनलाईन वार्तालाप के प्रारम्भ में सभी मरीजों ने अपनी-अपनी समस्याओं को चिकित्सकों से समाधान करवाया, जिसका जिला कलक्टर के.के. शर्मा ने अवलोकन किया। डॉ. रुपसिंह ने जो अवलर जिले में भिवाड़ी में जहां राजस्थान के सबसे ज्यादा कोविड-19 के रोगी है, में काफी समय से सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में सक्रिय है, अनेक समस्याओं व नये-नये सुझावों की और ध्यान आकर्षण किया।
जिला कलक्टर के.के. शर्मा के पूछने पर कोविड-19 के रोगियों ने चिकित्सा व्यवस्था की भूरी-भूरी प्रशंसा की। अमित टांग्या, डॉ. अरविन्द क. सांखला, दन्त चिकित्सक व अन्य लोगों ने भी अपने अनुभवों के आधार पर प्रशासन के इस कमद की सरहाना की। जिला कलक्टर के.के. शर्मा ने सभी कोविड-19 के रोगियों को प्रशासन के पूरे सहयोग का आश्वासन दिया व रोगियों को ठीक होने के बाद कोरोना वॉरियर, कार्यकता के रुप में कार्य करने हेतु प्रेरित किया। जिससे प्रेरित होकर अमित टोंग्या व उनके पूरे परिवार ने प्लाजमा डोनेशन करने की इच्छा जाहिर की, जो एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। जिला कलक्टर के.के. शर्मा की प्रेरणा आमजन में ?जागरुकता के साथ सहभागिता? जिले को रोल मॉडल के रुप में एक नहीं पहचान दिला सकती है।