अयोध्या में आस्था का नया सूर्योदय, आज रखी जाएगी राम मंदिर की नींव, खत्म होगा 492 साल का इंतजार, पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन

अयोध्या में आस्था का नया सूर्योदय, आज रखी जाएगी राम मंदिर की नींव, खत्म होगा 492 साल का इंतजार, पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

अयोध्या मेंराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से पहले अयोध्या ?राममय? हो गई है। हर तरफ पीले रंग से सजे घरों और मंदिरों के भवन अयोध्या में आस्था के नए सूर्योदय का संकेत दे रहे हैं।
धर्मनगरी की सड़कों और गलियों में रामचरित मानस की चौपाइयां गूंज रही हैं। विभिन्न आश्रमों और मंदिरों में संतों के साथ श्रद्धालु रामधुन का गायन कर भावविभोर हो रहे हैं। लग रहा है मानो दीवाली है या फिर होली पर्व जैसा उल्लास हर तरफ छाया हुआ है। सभी को बुधवार को प्रधानमंत्री के हाथों मंदिर निर्माण शुरू होने का इंतजार है।

सरयू तट पर भी अलग ही नजारा है। सुबह से ही नदी में स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु, संत और स्थानीय लोग मंदिर निर्माण शुरू होने की खुशी से लबरेज दिखे। घाटों पर पंडों के बीच सिर्फ मोदी के आने और मंदिर निर्माण के उल्लास से जुड़ी बातें होती रहीं। सरयू घाट पर तमाम पुजारी भी शुभ घड़ी के नजदीक आ जाने से प्रफुल्लित रहे। घाट पर स्नान के लिए आए संत रामभद्र दास ने कहा कि घाट पर पहुंचने के बाद महसूस हुआ कि राम मंदिर निर्माण शुरू होने की खुशी से सरयू नदी भी हिलोरे ले रही है।

रामजन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन समेत अन्य मंदिरों में मंगलवार को भी दर्शन-पूजन रोज की ही तरह चलता रहा लेकिन उल्लास का स्वरूप कुछ अलग था। मंदिरों के आसपास मौजूद मीडिया के कैमरे आम दर्शनार्थियों की भी उत्सुकता बढ़ा दे रहे थे। फूल-माला और प्रसाद की दुकानों पर विक्रेता व श्रद्धालुओं के बीच मंदिर निर्माण शुरू होने से जुड़े संवाद ही होते रहे।

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हर तरफ सजावट
प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए अयोध्या सज-संवर कर भी तैयार हो गई है। मोदी के गुजरने वाले रास्तों पर भी सजावट की गई है। दीवारों पर रामायण कालीन प्रसंगों की आकृति अलग ही शोभा बिखेर रही है। सड़कें साफ-सुथरी नजर आ रही हैं। सरयू तट के किनारे की सजावट सभी को आकर्षित कर रही है। राम की पैड़ी रंगोलियों से संवर गई है। बुधवार को दीपोत्सव मनाने के लिए दीपक भी राम की पैड़ी के घाटों पर सजा दिए गए हैं।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर देशवासियों की 492 साल की प्रतीक्षा आज (बुधवार) खत्म होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्धारित मुहूर्त में भूमि पूजन के साथ मंदिर निर्माण की आधारशिला का भी पूजन करेंगे। यह आधारशिलाएं नौ प्रस्तर खंडों में होंगी। इनमें नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता, पूर्णा, अजिता, अपराजिता, शुक्ला व सौभाग्यनी शामिल हैं। पूजन के बाद इन शिलाओं को राम मंदिर में सुरक्षित रखा जाएगा। पुन: नींव के लिए गर्भगृह का गहराई में उत्खनन होने पर रामलला के सिंहासन के ठीक नीचे इन्हें रखवाया जाएगा। आजादी के बाद नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री होंगे जो रामजन्मभूमि पहुंचेंगे। मोदी के मिनट टू मिनट कार्यक्रम के अनुसार वह पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे साकेत महाविद्यालय के ग्राउंड पर विमान से उतरेंगे और सीधे हनुमानगढ़ी दर्शन करने जाएंगे। वे बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इसके साथ उसी परिसर में दुर्लभ परिजात का पौधरोपण करेंगे।


जानकारी के मुताबिक, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लगातार प्राप्त हो रही रजत शिलाएं नींव में नहीं रखी जाएंगी। इन शिलाओं को भविष्य में मंदिर के गर्भगृह के चौखट इत्यादि में उपयोग किया जाएगा।
-रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को नींव में रखने के लिए दो कुंतल से अधिक चांदी दान में प्राप्त हुई है। यह सिलसिला अभी थमा नही है।
-राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बहुमूल्य धातुओं के बजाए धनराशि दान की अपील की है। कहा गया कि बहुमूल्य धातुओं को रखने के लिए अभी सुरक्षित स्थान नहीं है।
-पीएम मोदी दीप प्रज्जवलित कर भूमि पूजन समारोह का शुभारंभ करेंगे और सदियों के संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति देने वाले हुतात्माओं को श्रद्धांजलि देंगे।
-इस अवसर पर प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से रामायण महाकोश पर आधारित डाक टिकट का अनावरण करेंगे। इससे पहले वह लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर उतरेंगे वहां से हेलीकाप्टर के जरिये अयोध्या पहुंचेंगे।