पांच साल पहले हाथी को काट कर दफना दिया जमीन पर हाथीीी के दांत को बेचनेे के चलते ,खुल गया राज मामला दुगली थाना का


पांच साल पहले हाथी को काट कर दफना दिया जमीन पर हाथीीी के दांत को बेचनेे के चलते ,खुल गया राज मामला दुगली थाना का

नगरी अशोक संचेती


पांच साल पहले एक हाथी के शव को दो टुकड़ों में काटकर जमीन में दफना दिया गया था,जिस मामले को दुगली पुलिस ने उजागर कर दिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 5 साल पहले मार्च माह में दुगली थाना क्षेत्र के ग्राम सिरकट्टा भंडारवाडी क्षेत्र में एक हाथी जंगल से भटक कर आ गया था, जो चैन सिंग मरकाम के खेत के पास आकर करेंट के चपेट में आने से उसकी मौत हो गई थी। तब उसे चैनसिंग ने अपने कुछ साथियो के साथ मिलकर उक्त हाथी के शव को दो हिस्से में काटा और जमीन में दफ्न कर दिया था।
ऐसा बताया जाता है कि इस घटना की खबर इस क्षेत्र के सभी को थी मगर किसी ने मुंह नहीं खोला ।लेकिन दबी जुबान से यह खबर पुलिस तक पहुंची तो दुगली थाना प्रभारी विनय पम्मार और उनके स्टाफ ने मामले की तस्दीक की और राज खोल दिया। मामले के आरोपियों पर कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।

बताया जाता है कि हाथी का शरीर जमीन में दफ्न करने के बाद उसकी कोई सुगबुगाहट किसी को नहीं थी। लेकिन वर्षो बाद चैनसिंग के पुत्र रंजीत ने गड्ढा खोदकर हाथी दांत निकाला और उसे बेचने का प्रयास कर रहा था।
मामले की सूचना पर एसपी बीपी राजभानू, एसडीओपी नगरी नीतीश ठाकुर ,डीएफओ अमिताभ वाजपेई व टीम दुगली थाना पहुंच गई थी। मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्यवाही की जा रही है।
इस संबंध में नगरी एसडीओपी नीतीश कुमार ठाकुर ने बताया कि मामला पांच वर्ष पूर्व का है।जिसमे आरोपी के बेटे द्वारा हाथी दांत को बेचे जाने का प्रयास करने की सूचना के आधार पर जांच की जा रही थी।वन विभाग व तहसीलदार नगरी की उपस्थिति में आज हाथी के शव के अवशेष को गड्ढा खोदकर निकालने की कार्यवाही की गई है।

रविवार को वन विभाग के दक्षिण सिंगपुर के रेंजर आशीष आर्य, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नरायण साहू,मुकेश गजेंद्र,पशु चिकित्सा विभाग के वन्य प्राणी चिकित्सा अधिकारी डॉ सोमेश जोशी,पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रह्लाद लाऊत्रे और पुलिस की मौजूदगी में गड्ढे को खुदवाया गया जहां से कंकाल निकला । चैनसिंह के घर से हाथी दांत भी बरामद किया गया ।