चकिया -कमिश्नर के सामने खुला नगर पंचायत के भ्रष्टाचार का राज, और मीडिया में हुआ प्रकाशित,तो चेयरमैन ने बीच चौराहे पर दी पत्रकार को देख लेने की धमकी 

नगर पंचायत के वार्ड मे निरीक्षण के दौरान अचानक रुक कर कमियों को दिखाते हैं कमिश्नर दीपक अग्रवाल

कमिश्नर के सामने खुला नगर पंचायत के भ्रष्टाचार का राज, और मीडिया में हुआ प्रकाशित,तो चेयरमैन ने बीच चौराहे पर दी पत्रकार को देख लेने की धमकी�

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय�

चंदौली/चकिया-देश के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों से राज्य सरकार द्वारा जहां अधिकारियों व कर्मचारियों तथा जनप्रतिनिधियों से इज्जत के साथ पेश आने तथा उन्हें सम्मान देने का निर्देश दिया है।और उन्होने यह भी कहा है कि पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले तथा धमकाने वाले अब सीधे जेल जायेंगे।शासन के निर्देशों का पालन करते हुए पत्रकारों का अधिकारियों द्वारा सम्मान किया जाता है। लेकिन कुछ जगह पर शासन के निर्देशों को ताख पर रखते हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा उन्हें अभद्र व्यवहार किया जाता है व फर्जी मुकदमा में फसाने की धमकी दी जाती है।

कुछ ऐसा ही मामला चंदौली जनपद के चकिया में देखने को मिला है।जहां कि सोशल मीडिया के एक पत्रकार को भ्रष्टाचार का खबर प्रकाशित करने पर धमकी दी जाती है। आप को बता दें कि कल चकिया नगर के दौरे पर रहे कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने चकिया नगर के वार्डो का निरीक्षण किया।जिसमें कि नालियों का ढ़क्कन सही ढंग से न लगाने व सड़के धसने पर तथा �व कुछ गलियों में पानी जमा होने पर तथा बनाये गये सुलभ शौचालय को सही कराने इत्यादि समस्याओ की गड़बड़ी देखते हुए �जब कमिश्नर ने चेयरमैन व ईओ को फटकार लगाई।व जल्द से जल्द सही करने का निर्देश दिया।और जल्द से जल्द इस कार्य को सही कराने का निर्देश दिया।जिसको की पत्रकारों ने कमिश्नर के �निरीक्षण में नगर में मिली कमियां, कमिश्नर ने लगाई फटकार और दिये दिशा निर्देश की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया।जिसके बाद जिला संवाददाता कार्तिकेय पांडेय को चकिया चेयरमैन ने बीच चौराहे पर रोक कर अभद्र व्यवहार व अभद्र गालियां दिया।और फिर फर्जी मुकदमा में फसाने की भी धमकी दी।जिसके बाद चले गए।और पत्रकार द्वारा खबरें प्रकाशित होने के बाद चेयरमैन द्वारा लगातार मिल रही धमकियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से फैक्स कर कार्रवाई की मांग की गई है।
आप को बता दें कि कुछ महीनों पूर्व चकिया नगर के सहदुल्लापुर तिराहे से कार द्वारा कुछ नकाबपोश बदमाशों द्वारा पत्रकार का अपहरण कर लिया गया था।और पत्रकार ने किसी तरह बदमाशों के चंगुल से भागकर अपनी जांन बचाई।इसमें भी कुछ राजनितिक दल के जनप्रतिनिधियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है

मलिन बस्तियों को ना दिखा कर कमिश्नर को दिखाई गई चकिया नगर की वीआईपी गली

आप को बता दें कि चकिया नगर में दौरा कर रहे कमिश्नर को जब नगर की वीआईपी गली की ओर घुमाया गया तो वहीं कमिश्नर को आखिर खुद बोलना पड़ा कि यहां कोई मलीन बस्ती नहीं है।और मलीन बस्ती पूछने के नाम पर कहा गया कि नहीं यहां नगर में कहीं नहीं है।और वह मलिन बस्तियों में पहुँच कर गरीब तबके के लोगों से बात करना चाहते थे।लेकिन उन्हें भरमा दिया गया।