करेरा विधानसभा उपचुनाव में जनवेद जाटव हो सकते हैं कांग्रेश उम्मीदवार

काॅग्रेस से जनवेद हो सकते है प्रवल दावेदार जमीनीस्तर पर 20 बर्षो से है सक्रिय


नरबर

ग्राम पंचायत बरखाडी के पूर्व सरपंच व समाजसेवी जनवेद जाटव विगत 20 बर्षो से काॅग्रेस पार्टी के एक विषेष सेवादार के रूप में होकर नरबर करैरा क्षेत्र में जाटव समुदाय के अलावा नरबर करैरा क्षेत्रीय अन्य समुदाय के लोगो में एक जाने पहचाने चेहरे के रूप में जाने जाते है। जानकारी के मुताबिक जनवेद जाटव ने काॅग्रेस पार्टी में रहकर श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिधिया जी के सानिध्य में क्षेत्र में एक अरसे से लगातार सक्रिय भूमिका निभाते रहते है। प्रदेष में सिधिया के कारण काॅग्रेस की कमलनाथ सरकार ध्वस्त हुई तब भी जाटव ने अन्य सिधिया निष्ठों की भाॅति पार्टी का साथ ना छोडकर काॅग्रेस पार्टी में ही रहकर क्षेत्र में अपना सक्रियता और बढा दी गई। जानकारी मुताबिक जाटव संम्पूर्ण नरबर करैरा क्षेत्र में आमजनों व अन्य समुदायजनों के बीच संम्पर्क में होकर सेवारत है। कोरोना संकट के समय भी पीडित लोगो के बीच पहुॅचकर क्षेत्र में जाटव द्वारा लगातार भ्रमण किया जा रहा है। समाज में स्वच्छ छवि को लेकर अग्रणी जनवेद जाटव पार्टी के नेतृत्व के लगातार संम्पर्क में होकर क्षेत्र में अच्छीखासी पकड वाला लोकप्रिय व्यक्ति है। बर्तमान में करैरा क्षेत्र में जब काॅग्रेस प्रत्याषीयों का टोटा पडा हुआ है, ऐसी स्थिति में समाजियों का लगभग 90 प्रतिषत सहयोग प्राप्त व संम्पूर्ण क्षेत्र में लगातार जनसंम्पर्क के बाद प्राप्त लोकप्रियता के चलते जाटव एक योग्य प्रत्याषी के रूप में देखे जा रहे है क्षेत्र में सिधिया निष्ठ व काॅग्रेस छोडकर जाने वाले प्रत्याषी इनदिनों संकटमय स्थिति में बने होकर लोगो की पकड से दूर होकर लगभग भूमिगत बने हुये है जो अपने आपको विषम परिस्थितियों में घिरा हुआ पाते है, जहाॅ पर क्षेत्रीय लोग सिधिया के साथ गये लोगो को काॅग्रेस छोडकर जाने के बाद ना तो भाजपाई मान रहे है और ना ही काॅग्रेसी और ना ही अब तक भाजपाईयों के साथ देखे जा रहे है, ऐसा लग रहा है कि काॅग्रेस के बगावती भाजपा में शामिल होने के बाद भी अपने आपको भाजपाई कहने व भाजपाई रंग में रंग जाने की स्थिति में नही देखे जा रहे। क्षेत्र में इनदिनों काॅग्रेस के क्षेत्रीय लीडरों की कमी के बीच जनवेद ही प्रभावी उम्मीदवार व काॅग्रेस के निष्ठावान सिपाही के रूप में जनमानस में चर्चाओं में होकर काॅग्रेस पार्टी के योग्य उम्मीदवार के रूप में देखे जा रहे है यदि पार्टी द्वारा जनवेद को विधानसभा चुनाव में करैरा के प्रत्याषी बनाया जाता है तो निष्चित ही पार्टी हित का निर्णय माना जा सकता है।

नरवर से सिटी अपडेट के लिए दीपक कुशवाहा की रिपोर्ट