ठगी और जालसाजी करने के विचित्र और अनोखे तरीके !

ग्राम बराँवथाना कटरा बाज़ार गोंडा का एक विचित्र मामला सामने आया है जहाँ पर अंशुल मिश्र पुत्र श्री जुगुलकिशोर मिश्र नामक एक युवक ने शर्मिंदगी की सारी हदे पार कर दी व्यवहार और विश्वास दोनों का गला घोंट दिया !

दरअसल मामला यह है कि अपराधी अंशुल मिश्र अपने ही गाँव के सीएससी सेंटर पर मोबाइल के जरिये उधार लेन-देन किया करता था लेन-देन की शुरुआत पन्द्रह अगस्त 2019 से नौ मई 2020 तक अंशुल मिश्र और सीएससी संचालक सोनू पाल के मध्य हुई

जिसमे सीएससी संचालक सोनू पाल ने अंशुल मिश्र को टोटल लगभग 119896 रूपये दिये जिसमे से वापस लगभग 63802

रूपये पाये बाकी के 56070 रूपये वापस मांगने पर अंशुल मिश्र ने कहा हम सारा पैसा भुगतान कर चुके है अब कोई भी पैसा नहीं देना चाहते है दरअसल अंशुल ने भुगतान किया भी था लेकिन अपने खाते मे पर्याप्त राशि न रखकर जिससे ट्रैंज़ैक्शन फ़ेल हो गया लेकिन अंशुल मिश्र का कहना है फ़ेल ट्रैंज़ैक्शन अपने आप बाद मे सफल हो गया था जो की बैंक स्टेटमेंट देखने पर असत्य पाया गया

जब मामला विवादित हुआ तो अंशुल मिश्र ने सीएससी संचालक को जान से मारने की धमकी दी और कहा अकाउंट हैकिंंग

का झूठा केस कर देंगे थाने मे हमारी सेटिंग है 56000 तुम्हें देने के बजाय थाने मे सिर्फ 6000 दे देंगे तो तुम्हारा कैरियर खत्म

हो जाएगा ।

सीएससी संचालक सोनू पाल ने आत्म सम्मान की रक्षा हेतु मामले को सम्मानित लोगो से मिलकर सुलझाने की कोशिश की किन्तु अपराधी अंशुल मिश्र ने किसी की भी नहीं सुनी और न ही सोनू पाल के 56070 रूपये वापस किये ।

समाज मे ऐसी बहुत सी घटनाये घटा करती है जिसमे दया और हमदर्दी दिखाने वालों के साथ अक्सर ऐसी समस्याओ का पहाड़

टूट पड़ता है जो किसी दूसरे की समस्याओ से दुखी होकर उसकी आर्थिक सहायता कर देते है हमारा कहने का तात्पर्य यह नहीं है

कि किसी की आर्थिक सहायता न की जाए अपितु उधार लेन -देन के मामले मे आँख बंद करके किसी पर विश्वास नहीं करना चाहिए नहीं तो सोनू पाल की तरह आप को भी ऐसी समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है ।

सतर्क रहे सुरक्षित रहे सावधान रहे । ! जय हिन्द !