चकिया -कोतवाली के इस गांव निवासी युवक का शव बिहार के इस बाजार में मिलने से परिजनों में मचा कोहराम,लगाया हत्या का आरोप

चकिया कोतवाली के इस गांव निवासी युवक का शव बिहार के इस बाजार में मिलने से परिजनों में मचा कोहराम,लगाया हत्या का आरोप

चकिया संवाददाता विजय विश्वकर्मा की रिपोर्ट

चंदौली/ चकिया -कोतवाली अतर्गत आने वाले भभौरा गांव से कुछ दिनों से गायब धर्मेंद्र यादव उर्फ मोहित का शव चैनपुर (बिहार) में मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। शनिवार की रात परिवार के लोगों ने चैनपुर पहुंचकर शव की शिनाख्त की है। इसके बाद पिता लाल बहादुर यादव ने पुत्र मोहित की हत्या कर दिए जाने का आरोप लगाते हुए चैनपुर पुलिस को तहरीर दी है।

बताया जा रहा है कि चकिया कोतवाली के भभौरा गांव निवासी लाल बहादुर यादव का पुत्र मोहित गोवा स्थित एक फैक्टरी में कार्यरत था । 20 मई को घर लौटा था। दिल्ली से पिता के घर आने की सूचना पर शुक्रवार को गांव निवासी तीन साथियों के साथ नगर स्थित सहदुल्लापुर बस स्टैंड पर पहुंचा। साथियों को बस स्टैंड पर छोड़ खुद को कपड़ा खरीदने को कहकर बाजार की ओर चल दिया। काफी इंतजार के बाद भी मोहित नहीं लौटा तो पिता सहित साथियों ने सोचा कि मोहित घर को चला गया। पर घर पर मोहित नहीं मिला।

इसके बाद परिवार के लोगों ने किसी अनहोनी की आशंका में रिश्तेदारी ,नातेदारी समेत अन्य स्थानों पर काफी खोजबीन की। स्वजनों ने बताया कि थककर शनिवार की सुबह कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। कोतवाली पुलिस द्वारा देर शाम को जानकारी दी गई कि बिहार के चैनपुर थाना क्षेत्र में मोहित के हुलिया का शव मिला है।

इसके बाद परिजन रात्रि में पहुंचे तो मोहित के रूप में उसकी शिनाख्त की। रहस्यमय ढंग से गायब युवक का शव बिहार प्रांत में मिलने की जानकारी सुबह होते ही इलाके के लोगों में सनसनी फैल गई। समूचे गांव में मातम छा गया। घर की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

आपको बता दें कि भभौरा गांव निवासी लाल बहादुर यादव के दो पुत्रों में मोहित सबसे छोटा था। बड़े भाई रोहित कुमार यादव गांव में खेती गृहस्थी का काम देखते हैं। मोहित की अभी उसकी शादी नहीं हुई थी। स्वजनों की माने तो मृतक के गले में रस्सी का निशान था। इससे आशंका जताई जाती है कि मोहित की गला दबाकर हत्या कर दी गई। युवक की हत्या किसने की, अजूब पहेली बनी हुई है। स्वजनों सहित ग्रामीणों का कहना रहा कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।