बीटीपी के विधायकों ने क्षेत्र की जनता को दिया धोख:कटारा


डूंगरपुर। बीटीपी और कांग्रेस का शुरू से गठजोड़ रहा है और दोनों पार्टियों ने मिलकर डूंगरपुर जिले की जनता को धोखा दिया है। राज्यसभा चुनाव के तहत वर्तमान में चल रहे घटनाक्रम में कांग्रेस और बीटीपी का गठजोड़ सामने आने के बाद भाजपा द्वारा पूर्व में कही गई ये बात सच साबित हो गई है। यह बात वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री सुशील कटारा ने कही।
पूर्व राज्य मंत्री कटारा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि चुनाव जितने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता कोई भी हथकंडा अपना सकते हैं । कटारा ने कहा कि गत वसुंधरा सरकार में डूंगरपुर जिले में करोड़ो के विकास कार्य हुए और जनता सरकार के उन कामो से खुश थी। यह बात कांग्रेस के नेताओ को पता थी और उन्हें यह भी शक था कि वे डूंगरपुर में किसी भी विधानसभा सीट पर भाजापा को हरा नही सकते। इसी कारण कांग्रेस ने आदिवासी समाज के नाम पहले संगठन बनाया और बाद में पार्टी बनाकर आदिवासी समाज को गुमराह किया। कटारा ने कहा कि अपनी जनविरोधी नीतियों के कारण देशभर में कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है वही अब कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए जनता को गुमराह कर समाज के आधार पर क्षेत्रीय पार्टियां बनाना शुरू कर दिया है। इसके परिणाम स्वरूप सदियों से आपस मे भाई-चारे से रहने वाली जातियों में दूरियां बढ़ी है जो कांग्रेस की देन है। कटारा ने कहा कि वागड़ के अलावा कांग्रेस ने यह हथकंडा उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश सहित कई राज्यो में अपनाते हुए वंहा रहने वाली जनता के बीच जहर घोलने का काम किया है। पूर्व राज्य मंत्री सुशील कटारा ने भारतीय ट्राइबल पार्टी को भी कटघरे में खड़ा करते हुए क्षेत्र की जनता को धोखा देने के आरोप लगाए। कटारा ने कहा कि बिटीपी के नेताओ ने कांग्रेस पार्टी ओर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विकास नही करवाने, भ्रष्टाचार करने और आदिवासियों के हक छीनते हुए उन्हें गरीबी में धकेलने के आरोप लगाते हुए जनता से वोट मांगे ओर अब अब उसी बीटीपी पार्टी के दो विधायक कांग्रेस की गोदी में जाकर बैठ गए। इससे साबित होता है कि बिटीपी ओर उनके विधायको ने आदिवासियों की भावनाओ के साथ खेलते हुए उन्हें धोखा दिया। बीटीपी ने विधानसभा चुनाव में आदिवासी जनता को कई ख्वाब दिखाए जिसके चलते जनता ने उन अपर भरोसा करते हुए दो विधायक दिए। पिछले डेढ़ साल के कार्यकाल में दोनो विधायको ने जनता से किये गए कितने वादे पूरे किए ये भारतीय जनता पार्टी जानना चाहती है। कटारा ने आरोप लगाया कि बिटीपी के दोनो विधायक शुरू से ही कांग्रेस के एजेंट रहे है और कई मौकों पर उन्हें मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ देखा गया। है। कटारा ने कहा कि कांग्रेस ओर भाजापा के खिलाफ बोलकर बीटीपी से जितने वाले दोनो विधायक राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर रहे है जो जनता के साथ सीधा-सीधा धोखा है। दोनो विधायक चुनाव में हिस्सा नही लेते तो जनता का भरोसा उन पर बना रहता। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए सुशील कटारा ने कहा कि मोदी राज में देश का सर्वांगीण विकास हो रहा है लेकिन राजस्थान में कांग्रेस सरकार केंद्र की योजनाओं पर ध्यान नही दे रही है वही राज्य सरकार की अपनी भी कोई खास योजना नही है जिसके चलते राज्य हर क्षेत्र में लगातार पिछड़ रहा है।