उपाध्यक्ष पति व अधिकारी की मिली भगत से हो रहा जमकर भ्रष्टाचार

कोरिया 04 जून। जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर जनपद क्षेत्र के पंचायतों मे इन दिनों जम कर भ्रष्टाचार चल रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत चिरगुडा, डुमरिया व टेंगनीं मे हो रहे कार्यों से देखा जा सकता है। यहां हो रहे कार्यों मे चिरगुडा व डुमरिया मे जिला पंचायत की टीम जाकर कार्य का निरिक्षण भी की है, जिसके बाद कुछ भ्रष्ट नेताओं के द्वारा जांच करनें गए अधिकारियो पर दवाब भी बनाया गया था। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मे बन रहे तटबंध के कार्य मे कार्य करानें वाले पुर्व उप सरपंच ने तकनिकी सहायक अभियंता के उपर दबाव बनाकार मानक के अनुरुप कार्य न करनें का दबाव बनाया जा रहा था किन्तु तकनिकी सहायक ने मना कर दिया जिसके बाद पुर्व उपसरपंच ने जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के उपाध्यक्ष पति के सांथ सांठगांठ कर के उक्त सहायक अभियंता को अपने ग्राम पंचायत से हटा कर अपने मनपसंद के अभियंता को बुला लिया गया, जिसके बाद डुमरीया मे हुए कार्य का मुल्यांकन कराया गया। इतना ही नहीं जनपद उपाध्यक्ष पति के द्वारा जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के उपर भी दबाव बना कर अपनी मनमानी कर रहे है। जो भी सहायक अभियंता इन भ्रष्टाचारी जनप्रतिनिधियों के कहे अनुसार कार्य नहीं करते उनका दबादला जनपद अधिकारी के उपर डराधमका कर दबाव पुर्व बिना शिकायत के ही पंचायत बदल दिया जाता है। जिस ग्राम पंचायत डुमरिया से बिना कारण के जनपद अधिकारी ने तकनिकी सहायक को हटाया वहां भ्रष्टाचार की कहानी एकदम अजीबों-गरीब है। जितना काम नहीं हुआ उससे कहीं ज्यादा का मूल्यांकन भी हो गया। बैकुण्ठपुर जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष आशा साहूं कभी उपस्थित नहीं रहती बल्की इनके समस्त कार्यों को उपाध्यक्ष पति के द्वारा किया जा रहा है। जनपद मे होनें वाले सभी बैठकों मे उपाध्यक्ष पति का ही हस्ताक्षेप रहता है। जनपद अधिकारी भी अपने दबादला होनें के डर से जनपद क्षेत्र मे लगातार हो रहे भ्रष्टाचारों मे बराबर का हिस्सा बनें हुए है, चाहे वह जनपद मे बैठक हो, जनपद मे किसी प्रकार का प्रस्ताव हो या फिर आंगनबाडी मे सहायिका व कार्यकर्ताओं के भर्ति का मामला हो। इतना ही नहीं जनपद उपाध्यक्ष पति के द्वारा जनपद व मनरेगा मे कार्यरत कर्मचारियों को भी लगातार अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उन पर अपना मनमानी थोप रहे है।