एमआईएचएम वेलफेअर में प्रियंका गणवीर मिस क़्वीन यूनिवर्स ऑफ वेस्ट इंडिय बनी  प्रियंका गणवीर ने ब्यूटी पिजेंट में क़्वीन यूनिवर्स का खिताब जीता   

रिहान अन्सारी / बिजनौर/नागपुर: प्रियंका गणवीर नागपुर की रहनेवाली मेरे जीवन की कहानी एमआईएचएम वेलफेयर के साथ जो शुरू हुई है वह आज मैं आप सब को बताना चाहती हूं मैं एक सामान्य परिवार से बिलोंग करती हु जहा फैशन शोज और ब्यूटी पैजन्ट अफोर्ड करना काफी मुश्किल था पर एक दिन मुझे एमआईएचएम प्लेटफार्म  के बारे में पता चला बस वही से मैंने मेरे सपनों को उड़ान मिली जो मेरे सपनो को सिर्फ मैंने अपना ख्वाब समझ कर दिल में कहीं छुपा दिया था पर शायद मेरे दृष्ट निश्चयता के कारण आज मैंने अपना वह मुकाम हासिल किया मेरे सपने को पूरा करने के लिए मुझे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा साथ ही फैमिली को बिना बताए मैंने क़्वीन यूनिवर्स का ऑडिशन दिया जिसमें मेरा सिलेक्शन एस ए फेस ऑफ वेस्ट इंडिय का टाइटल मिला यह मेरा फर्स्ट अचीवमेंट था इस प्रोग्राम के बाद से मेरा जीवन स्टार्ट हुआ उसके बाद धीरे-धीरे मेरी फैमिली भी मुझे सपोर्ट करने लगी परिवार में सभी लोगों ने मुझे काफी सपोर्ट किया और हर कदम पर साथ भी दिया एमआईएचएम में मुझे प्रोजेक्ट भी मिला ट्रांसजेंडर इक्वलिटीequality के प्रोजेक्ट के लिए मुझे काफी प्रॉब्लम हुई अपने दोस्तों की मदद से इसमें भी मुझे कामयाबी मिली और फर्स्ट आई 10में से10 मार्क भी आए धीरे धीरे मेरा सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ गया आज मैंने मेरी सेल्फ एंटिटी एस्टेब्लिश कर पाई आज मै हर किसी घरेलू लड़की औरतों के लिए एक मिसाल बन चुकी हूं काफी टाइम के बाद भी मैंने अपने सपने के पीछे भागना कभी बंद नहीं किया और आज क्वीन यनिवर्स ऑफ वेस्ट इंडिया बन पाई एमआईएचएम में मेरा फर्स्ट प्रोजेक्ट था वूमेंस इंप्रूवमेंट 8 मार्च 2019 को मैंने हमारे नागपुर शहर के जिला कोर्ट में फर्स्ट प्रोजेक्ट किया मेरा पहला प्रोजेक्ट मैंने यहाँ ऑर्गेनाइज किया था मुझे सभी सामान्य और  वेस्टर्न लोगो के मेन्टलिटी के बारे में अपने अपने विचार प्रदर्शन करवाए जाए जो भी औरतों के अधिकार थे लोगों को समझाना पड़ा उनके अधिकारों में अवगत कराना पड़ा और यह सब करते हैं मुझे काफी सुकून मिला एमआईएचएम में फाइनल और सबसे मोस्ट इंपॉर्टेंट प्रोजेक्ट था ट्रांसजेंडर्स एकुलिटी इस प्रोजेक्ट के दौरान में कॉफी ट्रांसजेंडर्स किन्नरों से मिली उनके उनकी लाइफ के बारे में जाना समझा तभी मेरी मुलाकात नागपुर के विद्या कामले मैडम से हुई जो कि महाराष्ट्र के लोक अदालत के जज मेंबर हैं उन्होंने बताया उनके समाज को कितना कुछ भेदभाव बर्दाश्त करना पड़ता है और उनकी लाइफ आम लोगों जैसी नहीं है क्योंकि हमारी संस्कृति में यह अधिकार उन लोगों को नहीं देते अब काफी डेवलपमेंट से अब काफी कुछ जान समझ पाई उनसे बाते करके काफी कुछ जाना उनके बारे में उनके संघर्ष के बारे में उनको पब्लिक प्लेस में भी रेस्पेक्टिवेली हैंडल किया जाया उनको उनकी नौकरी मिल पाए येही सब मै अपने प्रोजेक्ट्स में किया उसी बिच मै और फैंस और ओल्ड ऐज होम भी गई वह भी मैंने उन बच्चो के लिए कुछ किताबे और ओल्ड ऐज होम के बुजुर्गो के लिए डेली उनकी जरूरतों का सामान दिया अब जब भी मेरा मन होता है मै यहाँ जाकर दिन गुजरती हु जब भी कुछ प्रोग्राम करना होता हे तो वह चली जाती  अपने जीवन के कुछ पल में उन लोगो के साथ बिताती हु और उनको वो ख़ुशी देख कर मुझे काफी अच्छा महसूस होता है खुद के लिए तो हर कोई जीता है पर इस पेजेंट में आने के बाद मुझे काफी प्रेरणा मिली कैसे हम लोग दुखो को जान सके समझ सके ये मैंने सिखा जाना और आज काफी अच्छा भी लगता हे खुद को अच्छा महसूस करती हु में एक छोटे और मीडियम परिवार की हु जो आज सबको मुकाम को हासिल करने में अपने पहला कदम उठा चुकी हु मेरे सपने काफी बड़े थे जो पॉसिबल होने मुश्किल था पर मेरी खुवाईशो के जज़बों की अब शुरुआत हुई है और आज मैंने अपने फर्स्ट टाइटल अचीवमेन्ट भी किया और आगे भी करना चाहती हूं कि हर वह लड़की औरत जो अपने आप में कुछ करना चाहती है वह उसे पूरा करें जब मैं नॉर्मल और मीडियम परिवार से होने के बावजूद भी मैंने अपना मुकाम हासिल किया इन सब में मुझे मेरे परिवार और मेरी फ्रेंड्स लोगों ने काफी सपोर्ट किया मैं सभी का दिल से शुक्रिया अदा करना चाहती हूं और आगे काफी कुछ करना चाहती हूं मुझे आप सभी की प्रार्थना और सपोर्ट मिलता रहे और मैं आगे बढ़ती रहूं मेरे होसलो को आप का साथ मिला यही कामना करती हु सभीके साथ और भगवन को धन्यवाद् देना चाहती हु