विशालकाय साल के पेड़ को काटकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया था, जिससे इस मार्ग में आवाजाही रुकने के साथ ही पूरे इलाके में दहशत फैल गई

विशालकाय साल के पेड़ को काटकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया था, जिससे इस मार्ग में आवाजाही रुकने के साथ ही पूरे इलाके में दहशत फैल गई

पुलिस विभाग में पेड़ हटाकर यातायात व्यवस्था बहाल किया गया

पुलिस इसे शरारती तत्वों की करतूत मान रही है।

नगरी अशोक संचेती

नगरी ब्लॉक के बोराई थाना अंतर्गत नक़्शल प्रभावित क्षेत्र कारीपानी गांव के पास विशाल एक पेड़ काटकर उसे सड़क में गिरा, सड़क को जाम कर दिया गया।जिससे इस मार्ग पर चलने वाले वाहनों की आवाजाही पर ब्रेक लग गई थी।वाहनों की आवाजाही पर लगे विराम को बोराई पुलिस ने पेड़ हटाकर बहाल किया।आसपास किसी भी प्रकार का नक्सली पर्चा नहीं मिला जिससे पुलिस इसे शरारती तत्वों की करतूत मान रही है।

ज्ञात हो कि धमतरी जिले का नगरी सिहावा इलाके को नक्सल प्रभावित माना जाता है।बस्तर और ओडिशा की सीमा से लगे अधिकांश गांव नक्सल प्रभावित इलाकों में शामिल है।नक्सली अपनी मौजूदगी का एहसास कराने समय-समय पर पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध करने और बैनर पोस्टर लगाने जैसी करतूत को अंजाम देते रहे हैं।इसलिए इस तरह की घटना को नक़्शल गतिविधियों से जोड़कर देखा जाता है।

मंगलवार की रात भी सिहावा-बोराई मुख्यमार्ग में कारीपानी के पास विशालकाय साल के पेड़ को काटकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया था, जिससे इस मार्ग में आवाजाही रुकने के साथ ही पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी ।घटना की सूचना मिलते ही बोराई टीआई नोहर सिंह मंडावी के नेतृत्व में पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे. आसपास इलाके में सर्चिंग करने के बाद दोपहर करीब 12 बजे रास्ते से पेड़ हटाकर यातायात व्यवस्था बहाल किया गया।

इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे का कहना है कि कारीपानी के पास पेड़ काटने की सूचना मिली थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पेड़ हटवा लिया था और आवागमन सुचारू कर दिया गया है।

एसपी बी पी राजभानु का कहना है कि आमतौर पर नक्सली पेड़ काटने के साथ ही आसपास बैनर पर्चे भी छोड़कर जाते हैं, लेकिन मौके पर किसी भी प्रकार का बैनर या पर्चा नहीं मिला है।इसलिए इसे नक्सलियों से जोड़कर ना देखा जाय ये किसी शरारती तत्व की करतूत है।आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है।