शादी करके फंस गया यार मैं तो अच्छा था कुंवारा, " पत्नी और वो" के बीच में पिस गया पति बेचारा

अमेठी :कहते हैं कि सात फेरे लेकर पति और पत्नी का अटूट रिश्ता सात जन्मों तक का होता है। एक दूसरे के ऊपर विश्वास करने से और मजबूत होता है ये रिश्ता लेकिन यूपी के अमेठी में पति पत्नी के बीच "वो" आ गया और रिश्ते में दरार पड़ी, इसी बीच "वो" ने पति पत्नी के बीच पड़ी दरार का फायदा उठाते हुए पति के दो बच्चों के साथ ही उसकी पत्नी को बहला फुसलाकर अपने साथ रख लिया। अब पति बेचारा पत्नी और वो के बीच फंस कर पुलिस से गुहार लगा रहा है और पुलिस है कि सुन ही नहीं रही है।

मामला अमेठी के गौरीगंज कस्बे का है। कानपुर के रहने वाले दम्पत्ति डेढ़ साल से किराए के मकान में दो बच्चों के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे थे। पति कार्पोरेशन बैंक में तो पत्नी सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। उसी मकान में गौरीगंज थाने में तैनात एक सिपाही भी किरायेदार था। लॉक डाउन के दौरान पति को तो बैंक जाना पड़ रहा था लेकिन पत्नी 2 बच्चों के साथ घर पर ही रह गई। इसी दौरान पड़ोसी किरायेदार सिपाही की नजदीकियां शिक्षिका से बढ़ती रही। पति को जानकारी होने पर आपसी विवाद हुआ और पति ने पत्नी व दोनों बच्चों को अपने गृह जनपद कानपुर भेज दिया और पति आशीष राजौरिया खुद बैंक की ड्यूटी में लग गया। इसी दौरान गौरीगंज थाने में तैनात सिपाही भी कानपुर पहुंचकर आशीष की पत्नी से मुलाक़ात की और आशीष की पत्नी व दोनों बच्चों को लाकर गौरीगंज में दूसरी जगह किराए के मकान में रहने लगा।

इधर कहानी में नया मोड़ तब आ गया जब बैंक कर्मी आशीष को पता चला कि उसकी पत्नी गौरीगंज वापस आ चुकी है तो एक मित्र की मदद से खोजबीन करते हुए पत्नी और वो के ठिकाने पर पहुंच कर दोनों से मुलाकात कर पत्नी को समझाकर अपने साथ चलने की बात की जिसपर पत्नी व सिपाही से कहा सुनी हुई और पति थाने पहुंचकर आप बीती बताई लेकिन मामला उसी थाने पर तैनात एक सिपाही से जुड़ा था तो टालमटोल किया जाने लगा।

मामले की तहकीकात करते हुए जब आशीष राजौरिया से पक्ष जानना चाहा तो आशीष में बताया कि इसी थाने में तैनात सिपाही योगेंद्र ने मेरी पत्नी को मेरे खिलाफ साजिश रचकर मेरी पत्नी व दो बच्चों को अपने साथ रहने के लिए मजबूर करते हुए भविष्य उसकी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।

दूसरी तरफ शिक्षिका पत्नी ने कहा आरोप लगाते हुए कहा कि पति, उसकी मां व भाभी मुझे प्रताणित करते हैं, दहेज की मांग करते हैं, मेरे पति के दूसरी औरतों के साथ संबंध है। मैंने पति के खिलाफ 19 मई को थाने में तहरीर देकर पति से जानमाल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है, बदले की भावना से मेरे पति ने भी मेरे खिलाफ गलत आरोप लगाए हैं।इस पूरे प्रकरण में आरोपी सिपाही से बात करने की कोशिश की गई तो वह कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचता नजर आया।

दोनों पक्ष को सुनने के बाद कौन सही है, कौन गलत है यह तो विवेचना और जांच का विषय है फिर भी पति पत्नी और वो की इस कहानी को सुनने के बाद समाज के लिए कई सवाल जरूर खड़े होते हैं। यदि पति की बात सही है तो दूसरों को आइना दिखाने का काम करने वाली शिक्षिका पत्नी की करतूत से समाज भी शर्मसार हो रहा है। अब देखना ये होगा कि अमेठी पुलिस इस कहानी का पटाक्षेप कैसे करती है फिलहाल पुलिस भी पशोपेश में है।

बाइट - आशीष राजौरिया बैंक कर्मी

बाइट- शिखा राजौरिया, शिक्षिका पत्नी

अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट