*अचानक आंधी तूफान से घर में गिरी झाड़*  *बाल बाल बचे गरीब परिवार  सर सेे छीना  छाया *मरम्मत हेतु की मुआवजे की मांग*

*अचानक आंधी तूफान से घर में गिरी झाड़*
*बाल बाल बचे गरीब परिवार*
*मरम्मत हेतु की मुआवजे की मांग*

नगरी- अशोक संचेती

बीती शुक्रवार को गरीब की रात आफत में गुजरी । आधी रात को अचानक आंधी तूफान से ग्राम दिनकरपुर के मनोज गोंड़ के आशियाने में झाड़ गिरने से उनका परिवार बाल बाल बच गया।
मनोज गोंड़ ने बताया कि शुक्रवार शाम को मनरेगा काम से आकर खाना खाकर परिवार सहित सो रहे थे। रात में अचानक आंधी तूफान से पास का महुआ पेड़ उसके घर के ऊपर गिरा। हडबडा उठकर बाल बच्चों को उठाकर इधर-उधर ढकेला और बाहर निकले। सुबह देखे तो छप्पर चुराचुर हो गया है।
घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है। कोई आय का जरिया नहीं होने से उजड़े छप्पर नहीं बना सकता। पीड़ित मनोज गोंड़ ने शासन प्रशासन से मुआवजा दिलाने की मांग की है।