रेलवे के अव्यवहारिक निर्णय का शिकार कुचामन स्टेशन

उत्तर पश्चिमी रेलवे के जोधपुर डिवीजन के NSG 5 श्रेंणी के स्टेशन कुचामन पर कई तरह की सुविधाओं का अभाव है जबकि यहाँ पर कई लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव है लेकिन फिर भी अभी कई ट्रेनों का ठहराव यहाँ नहीं है जबकि रेलवे को प्रति वर्ष कुचामन स्टेशन से तकरीबन 5 से 6 करोड़ रुपए की आय प्राप्त होती है । कुचामन की जनता, सामाजिक संगठनों व जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव दिए जाने की मांग की जा रही हैं लेकिन रेलवे द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही हैं । कुचामन स्टेशन पर ठहराव नही दिए जाने के लिये बताये गये कारणों में कई नियम अव्यवहारिक है । उनमें से एक नियम कुचामन स्टेशन पर दिए गये ठहरावों को अस्थायी बताया जाना है ।

रेलवे ने सांसद महोदय को कुचामन में ठहराव के लिए लिखे गये पत्र के जवाब में बताया गया कि कुचामन स्टेशन पर गाड़ी संख्या 12307/8 , 15631/32 व 12465/66 को अस्थायी बताया गया है जोकि एक अव्यवहारिक कदम है । कुचामन स्टेशन पर 12307/8 के ठहराव को तकरीबन 14 साल हो गये हैं व 12465/66 को 4 साल हो गये हैं जबकि गाड़ी संख्या 15631/32 का ठहराव ट्रेन शुरु होने के साथ का है इन तीनों ट्रेनों का कुचामन स्टेशन पर सफलता पूर्वक संचालन हो रहा है लेकिन रेलवे ने अभी तक इनके ठहरावों को अस्थायी कर रखा है ।

इन ट्रेनों के ठहरावों को अस्थायी ठहराव बताये जाने के चलते रेलवे द्वारा नयी ट्रेनों के ठहराव नही दिए जा रहे हैं । रेलवे के इस अव्यवहारिक निर्णय को ध्यान में रखते हुए कुचामन के कुछ युवाओं द्वारा रेलवे अधिकारियो रेल मंत्री जी व सांसद महोदय को पत्र व ई मेल करके इन ठहरावों को स्थायी करने की मांग की गयी है ।