प्रवासी मजदूरों के लिए स्वअल्पाहार एवं सहायता स्टॉल का शुभारंभ। नंगे पैर गुजरने वाले प्रवासियों एवं श्रमिकों को चप्पलें भी पहनाई जा रही हैं।

मंजरी फाउंडेशन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड एवं यूएन वूमेन के संयुक्त तत्वावधान में दूसरे राज्यों एवं जिलों से पैदल, वाहन चालकों एवं अन्य साधनों से अपने घर जा रहे प्रवासी मजदूरों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रिठौला टोल नाके के पास हाईवे पर प्रवासी मजदूर सहायता स्टॉल का चित्तौड़गढ़ एसडीएम अंशु आमरिया ने शुक्रवार को फीता काटकर शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में एसडीएम आमरिया ने बताया कि हजारों प्रवासी मजदूरों के पलायन का क्रम जारी होने एवं लोक डाउन के चलते सड़कों के किनारे स्थित ढाबों एवं अन्य दुकानों के बंद होने से मजदूरों को खाने पीने की दिक्कत हो रही थी।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए गैर सरकारी संस्थान मंजरी फाउंडेशन ने 24 घंटे खुला रहने वाला यह सहायता स्टॉल शुरू किया है। जिसके अंतर्गत प्रवासियों को यहां गुजरने के दौरान नाश्ते में केला, बिस्कुट, भुना चना, पंजरी, मठरी, शरबत एवं भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
इसके अलावा नंगे पैर चलने वाले राहगीरों को चपले भी पहनाई जा रही हैं।

इस स्टाल के माध्यम से सोशल डिस्टेंस एवं स्वच्छता का का ध्यान रखते हुए मजदूरों को डिटॉल, हैंड सेनीटाइजर एवं मास्क वितरण के साथ-साथ कोरोना से संबंधित ध्यान रखने योग्य बातें एवं बचाव के लिये विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है।

इस अवसर पर हिंदुस्तान जिंक के सीएसआर विभाग से विशाल अग्रवाल, अरुणा चीता एवं मंजरी फाउंडेशन से टीम लीडर हरेंद्र शर्मा, अजय शर्मा, अमरीश त्यागी, प्रदीप लवानिया, नागेंद्र, सपना, प्रीति, छोटू सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।