प्रसिद्ध पवन घोड़े को दी अंतिम विदाई

विदेशों में व अन्य कई राज्य में प्रसिद्ध पवन घोड़े की मंगलवार को जिंक स्मेल्टर देबारी में मौत हो जाने के बाद अंतिम विदाई दी गई पवन घोड़े को 18 सितंबर 2000 में पिंडवाड़ा सिरोही से ढाई वर्ष की उम्र में पृथ्वीराज जी का खेड़ा जिंक स्मेल्टर देबारी भंवर सिंह पुत्र केसर सिंह देवड़ा ने खरीदा था जब से आज तक कई राज्यों में अशव प्रतियोगिता में भाग लिया और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले में मारवाड़ी नस्ल मैं सर्वश्रेष्ठ आया मंगलवार को पवन घोड़े ने प्राण त्याग दिए परिवार जनों ने उसका विधि विधान से अंतिम यात्रा के बाद नम आंखों से विदाई देते हुए दफनाया