कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने का सच क्या, प्रियंका की साजिश या प्रशासन की चूक..? 

अमेठी. अजमेर से आई महिला की कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार को अमेठी में सियासत गर्म हो गई। बीजेपी ने ग्रीन जोन में पाजिटिव मरीज मिलने का ठीकरा कांग्रेस और वाड्रा परिवार पर फोड़ा है, और इसे षड्यंत्र बताया है। बीजेपी और जिला प्रशासन का आरोप है कि अजमेर प्रशासन ने वाहन पास जारी करने के पूर्व न तो उसकी सूचना गंतव्य स्थल के राज्य और न ही जिला प्रशासन को दिया। सवाल ये है कि जब शासन-प्रशासन के अधिकारियों को इन आने वालों की सूचना नही थी तो यूपी के बार्डर और फिर जिले के बार्डर पर इन लोगों को इंट्री मिल कैसे गई? आखिर ये बड़ी चूक हुई तो कैसे?

आपको बता दें कि डीएम अमेठी अरुण कुमार ने 2 मई को अपर मुख्य सचिव गृह को अजमेर से आने वालों की रिपोर्ट प्रेषित की थी। जिसमे उन्होंने लिखा है कि एक मई को जिले के इन्हौना बार्डर पर तैनात मजिस्ट्रेट ने सूचना दी थी कि अजमेर राजस्थान से एक बस आई। रुकवा कर चेकिंग की गई तो पाया गया कि ड्राइवर-क्लीनर तथा 28 और लोगो समेत 30 व्यक्ति सवार थे। इसमे 11 महिलाए शामिल थी। बस से आए सभी 30 लोगों के पास अजमेर (राजस्थान) के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (शहर) द्वारा निर्गत वाहन पास और 29 लोगों की मेडिकल सूचना मौजूद थी। डीएम ने अंत में लिखा है कि इनके आने की सूचना राज्य और जिला प्रशासन को नही थी। बड़ा सवाल ये है के आखिर फिर राजस्थान से आ रही ये बस उत्तर प्रदेश के बार्डर में इंट्री कैसे पा गई?
उधर इस मामले को बीजेपी ने राजनीतिक मुद्दा बनाया। भाजपा अमेठी के नेता राजेश अग्रहरि ने कहा कि अमेठी ग्रीन जोन था, इसका श्रेय शासन-प्रशासन और स्मृति ईरानी के कठोर परिश्रम को जाता है। ये बात कांग्रेस के दस जनपथ और वाड्रा परिवार को हज़म नही हुई। मेरी अंतर आत्मा की आवाज है वो ये कि ये षड्यंत्र है। राजस्थान जो केंद्र शासित प्रदेश है वहां से संक्रामित व्यक्ति को लाकर के अमेठी लोकसभा के मुसाफिरखाना में रखा गया। ये बड़ा पाप है इसको अमेठी की जनता कभी माफ नही करेगी।

वही उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अमेठी जिला प्रशासन की इस कार्यवाही के बाद ट्वीट किया है। कांग्रेस की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया कि 'बाहर फंसे हुए मजदूर कांग्रेस के प्रयासों से अमेठी आकर मनीषी महाविद्यालय में क्वारांटीन हैं। उनमें से कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं है। डीएम अमेठी कनफर्म कर सकते हैं। झूठी न्यूज फैलाने के लिए आपके खिलाफ अमेठी कांग्रेस की तरफ से एफआईआर कराई जा रही है।'