चकिया - अपनी हवेली में तेंदुआ मिलने की सूचना पर  वन विभाग के अधिकारियों के साथ पहुंचे कुंवर अनंत सिंह,फिर किया गया खोजबीन पर नहीं मिली सफलता,

अपनी हवेली में तेंदुआ मिलने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारियों के साथ पहुंचे कुंवर अनंत सिंह,फिर किया गया खोजबीन पर नहीं मिली सफलता,

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली/चकिया- लॉक डाउन के बीच चकिया नगर स्थित महाराजा काशी नरेश का किला कहा जाने वाले हवेली में शुक्रवार की शाम को तेंदुआ देखे जाने की सूचना मिलने पर लोगों मैं हड़कंप मच गया और लोगों ने इसकी सूचना तत्काल उप जिलाधिकारी सीपू गिरी को दिया उन्होंने इस मामले को वन विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में दिया जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारी शनिवार को सुबह से ही पहुंचकर हथियारों तथा दूरबीन इत्यादि से लैस होकर तेंदुआ की खोजबीन करने लगे जिसके बाद खोजबीन के दौरान भी वन विभाग के कर्मचारियों को दिखा था और वहीं सूचना पाकर वन क्षेत्राधिकारी बृजेश चंद्र पांडे सहित तमाम बनाधिकारी तथा रामनगर से बन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और खोजबीन करने लगी जहां खोजबीन के दौरान टीम को दो ऐसा स्थान मिला जहां की तीन जगहों पर तेंदुए के पदचिन्ह पाए गए और एक ऐसा स्थान मिला जहां कि तेंदुआ झाड़ी के बीच में बैठा था और वहीं लोगों ने इसकी काफी खोजबीन की लेकिन तरीका हाथ नहीं आया वही 3 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद वन विभाग की टीम खाली हाथ लौट गई वही अपने हवेली में तेंदुआ आने की खबर मिलते ही महाराजा कुंवर अनंत नारायण सिंह वन विभाग के अधिकारियों के साथ शाम को किला परिसर में पहुंचे और एक बार फिर कुछ कर्मचारियों ने खोजबीन शुरू की लेकिन फिर भी तोदुआ हाथ नहीं आया वही बन क्षेत्राधिकारी बृजेश चंद्र पांडे ने लोगों को हैरान कर देने वाली बात बताई जिसको सुनकर महाराजा भी आश्चर्यचकित रह गए उन्होंने बताया कि तेंदुआ के पाए गए इस पद चिन्हों से पता चलता है कि महाराजा किले के चोर महल के खंडहर में तब्दील हो जाने से तेंदुआ प्रतिदिन खंडहर नुमा मकान के अंदर रहता है और फिर चला जाता है जिस बात को सुनकर सभी किले के अंदर रहने वाले कर्मचारी भी डर गए और सतर्क हो गए

वही महाराजा कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि जल्द से जल्द ही इस किले के चारों तरफ के टूटे-फूटे चहारदीवारी को और ऊंचा कराया जाएगा और जल्द ही इसकी मरम्मत और साफ-सफाई कराई जाएगी जिसके बाद यह सब समस्या का निदान हो सकेगा