चंदौली - एम्बुलेंस के ड्राइवर व कर्मचारी मांग रहे हैं सुरक्षा किट तो सीएमओ दे रहे हैं धमकी

एम्बुलेंस के ड्राइवर व कर्मचारी मांग रहे हैं सुरक्षा किट तो सीएमओ दे रहे हैं धमकी

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली- जिले में कोरोना से बचाव के लिए तमाम तरह के दावे व बातें जरूर की जा रही हैं पर मरीजों को लाने व ले जाने के लिए सुरक्षित रखी जा रही एंबुलेंस के लोगों के लिए सुरक्षा किट तक नहीं दी गयी है। समय पर वेतन व मानदेय न दिला पाने वाले CMO साहब तकिट मांगने पर कार्रवाई की धमकी दे रहे हैं।

जिले के 108 व 102 एंबुलेंस के चालक व कर्मियों ने अस्पताल परिसर में नाराजगी जताते हुए सुरक्षा किट की मांग की। कहा यदि किट नहीं दिया जाता है तो वे कार्य का बहिष्कार करेंगे। इस सीएमओ ने उन्हें चेतावनी दी है कि वे कार्य करें अन्यथा उनपर कार्रवाई होगी।

जनपद में कुल 49 एंबुलेंस संचालित है। इसमें 102 व 108 की 23-23 एवं एएलएस की तीन एंबुलेंस है, लेकिन किसी भी कोरोना वायरस से बचने के लिए कोई कीट की व्यवस्था नहीं है। सोमवार की क्षेत्र के बबुरी में एक मरीज को लाने की सूचना मिली तो वहां नियामताबाद की 108 एंबुलेंस पहुंच गई, लेकिन वहां उक्त मरीज में कोरोना वायरस की संदिग्धता पर टेक्नीशियन एवं चालक ने मरीज को लाने से इंकार कर दिया। इसकी जानकारी सीएमओ को हुई तो उन्होंने एंबुलेंस कर्मचारियों को चेताया कि कार्य करें नहीं तो कार्रवाई की जाएगी।

CMO के इस रवैये पर एंबुलेंस चालकों ने नाराजगी जताई। कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को लाने एवं ले जाने के लिए एंबुलेंस में सुरक्षा किट नहीं है। ऐसे में कार्य कराना संभव नहीं है। तत्काल हम सभी को सुरक्षा कीट उपलब्ध कराया, ताकि हम लोगों इस महामारी में सुरक्षित होकर कार्य करें। वहीं तीन माह से मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है।

एंबुलेंस चालकों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कराया जा रहा है, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारियों को कोई व्यवस्था नहीं दी जा रही है। गत दिनों नोडल अधिकारी की ओर से कोरोना वायरस के लिए तीन एंबुलेंस चिह्नित किया गया था और कहा गया था इसमें सभी व्यवस्थाएं हो जाएगी, लेकिन आज तक इसमें भी व्यवस्था नहीं हो पाई और ऊपर से विभाग के अधिकारियों की ओर से चेतावनी भी दी जा रही है। अगर इसी तरह का रवैया रहा तो हम सभी कार्य छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे।