22 मार्च रविवार को भारत की जनता एक दिन का जनता कर्फ्यू लगाए- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक अपील

1. मैं आप सभी देशवासियों से, आपसे,
कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए , आपका आने वाला कुछ समय चाहिए:

2. आम तौर पर कभी जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देशों या राज्यों तक ही सीमित रहता है।


3. लेकिन इस बार ये संकट ऐसा है, जिसने विश्व भर में पूरी मानवजाति को संकट में डाल दिया है:

4. इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है।

5. इन देशों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है।

6. भारत सरकार इस स्थिति पर, कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है:

7.आज जब बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम कोरोना महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं , तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा , ये मानना गलत है:

8 .इसलिए इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है।

9. पहला- संकल्प और दूसरा- संयम:

10. आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते , अपने कर्तव्य का पालन करेंगे , केंद्र सरकार , राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे:

11. और संयम का तरीका क्या है- भीड़ से बचना , घर से बाहर निकलने से बचना।

12. आजकल जिसे Social Distancing कहा जा रहा है, कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में , ये बहुत ज्यादा आवश्यक है:

13. आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे।

14. साथियों इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- ?हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ?:

15. ऐसी स्थिति में जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है , तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है। इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए अनिवार्य है संयम:

16. इसलिए मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक , जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें।

17. जितना संभव हो सके , आप अपना काम , चाहे बिजनेस से जुड़ा हो , ऑफिस से जुड़ा हो , अपने घर से ही करें:

18. मेरा एक और आग्रह है कि हमारे परिवार में जो भी सीनियर सिटिजन्स हों , 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति हों , वो आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें:

19. आज की पीढ़ी इससे बहुत परिचित नहीं होगी , लेकिन पुराने समय में जब युद्ध की स्थिति होती थी , तो गाँव गाँव में BlackOut किया जाता था। घरों के शीशों पर कागज़ लगाया जाता था, लाईट बंद कर दी जाती थी, लोग चौकी बनाकर पहरा देते थे:

20. इस रविवार , यानि 22 मार्च को , सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, सभी देशवासियों को , जनता-कर्फ्यू का पालन करना है:

21. मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं। ये है जनता-कर्फ्यू । जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए , जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू:

22. साथियों 22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम , देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा।

23. 22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे:

24. संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए।

25. साथियों , ये जनता कर्फ्यू एक प्रकार से हमारे लिए , भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा:

26. मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें।

27. रविवार को ठीक 5 बजे,
हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में , खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें:

28. ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है।

29. आपके इन प्रयासों के बीच, जनता-कर्फ्यू के दिन , 22 मार्च को मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं: