धौलपुर-सिरमथुरा आमान परिवर्तन परियोजना प्रगति पर

उत्तर मध्य रेलवे के धौलपुर ?सरमथुरा रेल लाइन के आमान परिवर्तन के कार्य के विषय में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में रेल मंत्री ने बताया कि, रेल मंत्रालय की धौलपुर-सरमथुरा आमान परिवर्तन परियोजना, जिसके तहत गंगापुर सिटी तक नई लाइन का विस्तार (144.6 किमी) शामिल है, की प्रगति पर अद्यतन जानकारी प्रदान करते हुए प्रसन्नता हो रही है। यह क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण स्वीकृत परियोजना है।

इस महत्वपूर्ण परियोजना के निष्पादन की योजना को दो अलग-अलग चरणों में विभाजित किया गया है

चरण-I: धौलपुर-सिरमथुरा आमान परिवर्तन (69.1 किमी)

धौलपुर-सिरमथुरा आमान परिवर्तन का कार्य पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है।

भूमि की आवश्यकता और अधिग्रहण: इस चरण को पूरा करने के लिए कुल 246 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कार्य की स्थिति: उपलब्ध कराई गई भूमि पर निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है।

वित्तीय प्रतिबद्धता

मार्च 2025 तक इस परियोजना पर 287 करोड़ रुपये का व्यय किया जा चुका है।

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए परियोजना हेतु 240 करोड़ रुपये का परिव्यय प्रदान किया गया है, जो समय पर पूरा करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।चरण-II: सिरमथुरा-गंगापुर सिटी नई रेल लाइन (76 किमी)

सिरमथुरा को गंगापुर सिटी (करौली के रास्ते) से जोड़ने वाली नई रेल लाइन के लिए प्रारंभिक कार्य सक्रिय रूप से चल रहा है।

सर्वेक्षण और अनुमान: इस 76 किमी खंड के लिए क्षेत्र सर्वेक्षण कार्य और विस्तृत अनुमान (Detailed Estimate) तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है।

परियोजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन के लिए कदम

रेलवे परियोजनाओं के त्वरित अनुमोदन और कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई निर्णायक कदम उठाए हैं, जिसके कारण 2014 से कमीशनिंग की दर में पर्याप्त वृद्धि हुई है.

पर्याप्त धनराशि का प्रावधान: निरंतर और पर्याप्त वित्तीय आवंटन सुनिश्चित करना।

शक्तियों का प्रत्यायोजन: त्वरित निर्णय लेने के लिए क्षेत्र-स्तर के अधिकारियों को सशक्त बनाना।

करीबी निगरानी: विभिन्न प्रशासनिक स्तरों पर परियोजना की प्रगति की करीबी निगरानी लागू करना।

अंतर-सरकारी समन्वय: प्रमुख आवश्यकताओं के शीघ्र समाधान के लिए राज्य सरकारों और संबंधित अधिकारियों के साथ नियमित अनुवर्ती कार्रवाई, जिनमें शामिल हैं:

भूमि अधिग्रहण।

वानिकी और वन्यजीव अनुमतियां (Forestry and Wildlife clearances)।

बाधक उपयोगिताओं (infringing utilities) का स्थानांतरण।

परियोजना की कमीशनिंग को प्रभावित करने वाले कारक

जबकि मंत्रालय परियोजना की समय-सीमा में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्ध है, रेलवे परियोजनाओं का पूरा होना कई बाहरी और साइट-विशिष्ट कारकों पर निर्भर करता है जो पूर्णता के समय और लागत दोनों को प्रभावित कर सकते हैं:

विभिन्न प्राधिकरणों से वैधानिक अनुमतियाँ (Statutory Clearances)।

क्षेत्र की भौगोलिक और स्थलाकृतिक स्थितियाँ।

परियोजना स्थल पर कानून और व्यवस्था की स्थिति।

किसी विशेष साइट के लिए एक वर्ष में उपलब्ध कार्यकारी महीनों की संख्या (उदाहरण के लिए, मौसम की स्थिति के कारण)।

सरकार देश को महत्वपूर्ण रेल बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए सक्रिय उपायों के माध्यम से इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए समर्पित है।