धारण क्षमता के विपरीत परीक्षार्थियों का आवंटन सुचिता पर प्रश्नचिन्ह

अम्बेडकरनगर।माध्यमिक शिक्षा परिषद,उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित की जाने वाली हाई स्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षाओं में विभागीय अधिकारियों का खेला सुचिता के साथ खिलवाड़ बनने से जहां कुछ केंद्रों को धारण क्षमता से बहुत अधिक तो कुछ चुनिंदा विद्यालयों को केवल उनकी बालिकाओं का ही स्वकेंद्र बनाए जाने से जिला विद्यालय निरीक्षक और प्रबंधकों की मिलीभगत चिंताजनक है।जिसकी जांच कराते हुए उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
ज्ञातव्य है कि जिले के 22 विद्यालयों को परिषदीय परीक्षा 2026 हेतु एक हजार से अधिक परीक्षार्थियों का आवंटन किया गया है,जबकि आलापुर तहसील सहित प्रत्येक तहसीलों के कुछ बड़े नामचीन वित्तविहीन विद्यालयों को न केवल परीक्षाकेंद्र बनाया गया अपितु भारी भरकम रकम के एवज में मात्र उनकी बालिकाओं का ही परीक्षा केंद्र बनाया जाना संदेह को और भी पुष्ट करने के लिए काफी है।दिलचस्प बात तो यह है कि ये सभी विद्यालय पूर्व में भी जोड़ जुगत से इसी तरह अपना केंद्र बनवाते रहे हैं और जनश्रुति है कि अपनी ही बालिकाओं का केंद्र बनवाकर परीक्षाओं में उनकी भरपूर नकल करवाकर जिले तथा प्रदेश की सूची में स्थान लाने का प्रयास करते हैं।
इस बाबत माध्यमिक शिक्षक संघ,अंबेडकर नगर के पूर्व जिलाध्यक्ष तथा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश के मंडलीय अध्यक्ष डॉ.उदयराज मिश्र ने जिलाधिकारी तथा जिला विद्यालय निरीक्षक,अंबेडकर नगर से मांग की है कि वे ऐसे परीक्षा केंद्रों की धारण क्षमता की जांच करवाते हुए फिर से उन विद्यालयों पर बाह्य परीक्षार्थियों का आवंटन करें,जो केवल अपनी बालिकाओं का ही केंद्र बनवाकर परीक्षाओं की सुचिता को प्रभावित करते हैं।