इज्जतनगर में ’विश्व एड्स दिवस’ पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. यू.एस. नाग की अध्यक्षता में बृहद स्तर पर एक संगोष्ठी आयोजन किया गया।

इज्जतनगर में विश्व एड्स दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. यू.एस. नाग की अध्यक्षता में बृहद स्तर पर एक संगोष्ठी आयोजन किया गया। आयोजित संगोष्ठी में उपस्थित रेल कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों को एड्स रोग के प्रसार, बचाव एवं उपचार पर विस्तृत ज्ञानवर्धक जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. नाग ने कहा कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है। अतः जागरूता से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि एड्स के प्रमुख चार कारण हैं- पहला है असुरछित यौन संबंध, दूसरा संक्रमित रक्त का चढ़ाया जाना, तीसरा संक्रमित सुईयों का इस्तेमाल तथा संक्रमित माँ से बच्चे को। उन्होंने सलाह दी कि रक्त चढ़ाते वक्त अथवा सुईयों का इस्तेमाल करते वक्त जागरूक रहें तथा यौन संबंध बनाते समय कंडोम का इस्तेमाल करें।

संगोष्ठी के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. मनोहर कुमार ने सभी को सलाह दी कि एड्स संक्रमित व्यक्ति के साथ भोजन करने, उसके पास उठने व बैठने से एड्स नहीं होता। इस तरीके की भ्रांतियों को मिटाकर एड्स संक्रमित व्यक्तियों के साथ हमदर्दी का व्यवहार करें।

इस अवसर पर वरिष्ट मंडल चिकित्सा अधीकारी डा. आशुतोष शंखधर, डा. सचिन श्रीवास्तव, मंडल चिकित्सा अधीकारी डाॅ. ऋषभ गाबा, डाॅ.प्राची वर्मा, डाॅ. विदुषी सहित सभी चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ तथा चिकित्सालय में उपस्थित अन्तः रंग एवं वाहृय विभाग के रोगी एवं उनके परिजन उपस्थित थे।