उत्तर पश्चिम रेलवे ने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0 का शुभारंभ किया

उत्तर पश्चिम रेलवे ने महा प्रबंधक अमिताभ के दिशा-निर्देशन में आधिकारिक रूप से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) अभियान 4.0 की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य पेंशनभोगियों को अपने जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल माध्यम से जमा करने का एक सुविधाजनक और सहज तरीका प्रदान करना है।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार 01 से 30 नवंबर तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) अभियान 4.0 चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत मंगलवार को उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में की गई।

इस अवसर पर उत्तर पश्चिम रेलवे के लेखा विभाग और कार्मिक विभाग के विभागाध्यक्ष,गीतिका पाण्डेय (प्रमुख वित्त सलाहकार) और प्रदीप कुमार सिंह (प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी), तथा वरिष्ठ अधिकारी रूपेश सिंघवी (वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी),स्वाती चूलेट (उप मुख्य लेखा अधिकारी/सामान्य) एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इसके अलावा, भारतीय स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक प्रणव कुमार मिश्रा एवं अन्य बैंकिंग अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) अभियान 4.0 के शुभारंभ के अवसर पर लगभग 90 पेंशनभोगियों द्वारा स्वयं अपने लाइव डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी किए गए। यह अभियान उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी मंडलों में संचालित किया जा रहा है। यह पहल भारत सरकार के डिजिटलीकरण प्रयासों तथा पेंशनभोगियों के लिए सेवाओं को और अधिक सरल व सुलभ बनाने के उद्देश्यों के अनुरूप है।

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) पेंशनभोगियों को पेंशन कार्यालयों में शारीरिक रूप से उपस्थित हुए बिना ही अपने जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करने में सक्षम बनाता है। यह प्रणाली न केवल त्वरित प्रसंस्करण सुनिश्चित करती है, बल्कि बुजुर्ग पेंशनभोगियों को उनके घर में आराम से, परेशानी मुक्त समाधान भी प्रदान करती है। DLC 4.0 के माध्यम से उत्तर पश्चिम रेलवे ने उन्नत तकनीकी सुविधाओं के साथ इसकी पहुंच और उपयोगिता को और बढ़ाया है।

डीएलसी अभियान 4.0 की मुख्य विशेषताएं:

कार्यालयों, स्टेशनों और स्वास्थ्य इकाइयों में शिविर: DLC शिविर कार्यालयों, स्टेशनों और स्वास्थ्य इकाइयों में आयोजित किए जाएंगे, ताकि जीवन प्रमाण पत्र जमा करना सुगम और सुविधाजनक हो।

विस्तारित सहायता: पेंशनभोगियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे, और NWR की हेल्पलाइन तथा ऑनलाइन सहायता के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

कमजोर पेंशनभोगियों के लिए सहायता: जिन पेंशनभोगियों की आयु या स्वास्थ्य कारणों से निर्धारित केंद्रों पर जाना संभव नहीं है, उनके लिए घर पर जाकर सेवा प्रदान की जाएगी।

हेल्पडेस्क और शिकायत समाधान: तकनीकी या प्रक्रियागत समस्याओं का सामना करने वाले पेंशनभोगियों की मदद के लिए समर्पित हेल्पडेस्क और शिकायत समाधान टीमें उपलब्ध रहेंगी।

उत्तर पश्चिम रेलवे की प्रमुख वित्त सलाहकार गीतिका पाण्डेय ने इस पहल पर कहा,

"उत्तर पश्चिम रेलवे अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा के प्रति प्रतिबद्ध है। डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0 सेवा वितरण में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के हमारे व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है। हम सभी पेंशनभोगियों को इस अभियान का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।"

यह अभियान 01 नवम्बर से 30 नवम्बर,तक चलेगा। सभी पेंशनभोगियों से अनुरोध है कि वे अपने जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल रूप से जमा करने के लिए इस अभियान में भाग लें, ताकि पेंशन का निर्बाध वितरण सुनिश्चित हो सके।

अधिक जानकारी के लिए पेंशनभोगी उत्तर पश्चिम रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं या निकटतम रेलवे कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।