रेलवे, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अहमदाबाद मण्डल का दौरा किया

रेलवे, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अहमदाबाद मण्डल का दौरा किया

गुजरात में लॉजिस्टिक्स अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास और मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को सशक्त बनाने हेतु दो महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए

वडनगर स्टेशन, हाई स्पीड रेलवे (HSR) साबरमती स्टेशन और डिपो का किया निरीक्षण

रेलवे, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 09 अक्टूबर,को पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मण्डल का दौरा किया। महेसाणा में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात रीजनल समिट में भाग लिया।

रेल मंत्री जी ने वाइब्रेंट गुजरात रीजनल समिट के दौरान अपने भाषण में कहा कि रेलवे हमारे देश की लाइफलाइन है। लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को कम करने और ग्रीन लॉजिस्टिक्स का सबसे बड़ा माध्यम है। बहुत खुशी होती है जब रेलवे के नए-नए प्रोजेक्ट्स देशभर में शुरू होते हैं। गुजरात में फ्रेट कॉरिडोर का काम पूरा हो गया है और उसका बहुत लाभ देश को मिल रहा है। जहाँ किसी कंटेनर ट्रेन को आने में 30-30 घंटे लगते थे, आज वहाँ 10-11 घंटे में कंटेनर ट्रेन पहुँच जाती है। आज फ्रेट कॉरिडोर पर डेली करीब-करीब 400 गाड़ियाँ चल रही हैं तथा पिछले 11 वर्षों में गुजरात में 2,764 किमी रेलवे ट्रैक बने हैं। जो डेनमार्क के कुल रेल नेटवर्क के बराबर ट्रैक गुजरात में 11 वर्षों में बने। गुजरात में रेलवे का इन्वेस्टमेंट ₹ 1 लाख 46 हजार करोड़ है।

वाइब्रेंट गुजरात रीजनल समिट के दौरान गुजरात में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स अवसंरचना को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से कुल ₹12,877.35 करोड़ के दो महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए।

पहला समझौता भारतीय रेल (पश्चिम रेलवे, अहमदाबाद मण्डल) और उद्योग आयुक्तालय, गुजरात सरकार के बीच हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में लॉजिस्टिक्स अवसंरचना और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना है। इस समझौते के तहत रेलवे और गैर-रेलवे भूमि पर गति शक्ति मल्टीकार्गो टर्मिनल, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और एकीकृत लॉजिस्टिक्स एवं औद्योगिक पार्क विकसित किए जाएंगे। ये परियोजनाएँ गुजरात इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स मास्टर प्लान और सिटी लॉजिस्टिक्स प्लान्स के अनुरूप होंगी। इसके अलावा, माल परिवहन से संबंधित डेटा का नियमित आदान-प्रदान गुजरात लॉजिस्टिक्स डैशबोर्ड के माध्यम से किया जाएगा, जिससे राज्य में लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक निर्णय और भी सटीक और प्रभावी बन सकेंगे।

दूसरा समझौता भारतीय रेल और गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (GSRTC) के बीच हुआ। इसके तहत राज्य के प्रमुख 87 रेलवे स्टेशनों को मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इन हब्स में रेल और बस सेवाओं का एकीकृत संचालन होगा, जिससे यात्रियों को निर्बाध, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित होगी। इन हब्स में आधुनिक सुविधाएँ, लॉजिस्टिक्स समन्वय केंद्र और यात्री सेवाओं का समेकन होगा, जिससे राज्य में आवागमन और माल परिवहन दोनों में तेजी और दक्षता आएगी।

अपने दौरे के दौरान अश्विनी वैष्णव ने वडनगर स्टेशन का भी निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने यात्री सुविधाओं का बारीकी से अवलोकन किया तथा इस स्टेशन के पुनर्विकास के बारे में चर्चा की। साथ ही स्थानीय लोगों से बातचीत की तथा उनकी ट्रेनों की मांग पर भी विचार-विमर्श किया।

रेल मंत्री ने साबरमती रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया एवं स्टेशन के मॉडल का अवलोकन किया तथा साबरमती हाई स्पीड रेल स्टेशन एवं हाई स्पीड रेल डिपो का विस्तृत निरीक्षण किया और मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्हें NHSRCL के अधिकारियों द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से परियोजना में किए गए विभिन्न विकासात्मक कार्यों और नवीनतम प्रगति की जानकारी दी गई।

निरीक्षण के दौरान रेल मंत्री के साथ विवेक कुमार गुप्ता, महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे; वेद प्रकाश, मंडल रेल प्रबंधक, अहमदाबाद; प्रमुखाध्यक्ष पश्चिम रेलवे मुख्यालय एवं अहमदाबाद मंडल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।