बेमौसम बारिश से हजारों बीघा धान की फ़सल बर्बाद, ग़रीब किसानों के सामने आजीविका का संकट।

*बेमौसम बारिश से हजारों बीघा धान की फ़सल बर्बाद, ग़रीब किसानों के सामने आजीविका का संकट।*

*संवाददाता: रमेश जादौन 🌆 सिटी अपडेट न्यूज।*

जलेसर/एटा:

जनपद एटा के जलेसर तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सैकड़ों गांवों में किसानों ने बड़ी उम्मीद के साथ हजारों बीघा धान की फ़सल लगाई थी जो बेमौसम बारिश और तेज़ हवाओं के कारण बर्बाद हो गई है। तहसील क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों में बड़ी मात्रा में धान की फसल लगाई थी और फसल भी बहुत अच्छी थी लेकिन पिछले कुछ दिनों में आई बेमौसम बरसात और तेज़ रफ़्तार हवाओं के कारण पकी हुई धान की फसल खेतों में सो गई है और कुछ जगह तो धान की कटाई भी हो चुकी है जिसमें कटे पड़े धान की फसल में पानी भरने के कारण धान का दाना पीला पड़ चुका है और खेतों में धान के बंधे पड़े पूड़े सड़ने की कगार पर हैं। जलेसर क्षेत्र में सैकड़ो किसानों ने हजारों बीघा खेती को पट्टे पर लेकर उसमें बड़ी उम्मीद के साथ धान की फसल लगाई थी और खाद पानी एवं बीज के लिए सूदखोरों से महंगी ब्याज दरों पर धान की फसल हेतु कर्ज भी ले रखा था। लेकिन धान की फसल को बारिश ने पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया और किसानों के सपनों पर बुरी तरह से पानी फेर दिया। अब क्षेत्रीय गरीब किसान शासन प्रशासन से आस लगाए बैठे हैं कि जो भी थोड़ा बहुत फसल की क्षतिपूर्ति का मुआवजा मिल जाए तो कुछ राहत मिलने की उम्मीद बने। जलेसर तहसील क्षेत्र में धान की फसल बर्बाद होने के कारण हजारों की तादात में ग़रीब किसान मायूसी के आगोश में है और अपने परिवार के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं। निराशा और हताशा के बीच जूझ रहे किसानों की हालत बद से बदतर हो गई है। धान की फ़सल बर्बाद होने पर ग़रीब किसानों के सामने परिवार पालने का गम्भीर संकट खड़ा हो गया है।


रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।