डीएम ने सीखी भारतीय सांकेतिक भाषा, मूक-बधिरजनों की भावनाओं को समझने की कही जरूरत

अलीगढ़। सोमवार को डेफ सोसाइटी के पदाधिकारियों द्वारा कलैक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी संजीव रंजन को भारतीय सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने विभिन्न प्रकार के साइन सीखे और मूक-बधिर दिव्यांगजनों से संवाद का अभ्यास भी किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि ?यदि हम सच में मूक-बधिर दिव्यांगजनों की पीड़ा को समझना चाहते हैं, तो हमें सांकेतिक भाषा सीखनी ही चाहिए। इससे न केवल संवाद सरल होगा, बल्कि उनकी समस्याओं का समाधान भी शीघ्रता से किया जा सकेगा।?कार्यक्रम के दौरान डेफ सोसाइटी के अध्यक्ष एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी अनुभव गौतम ने बताया कि प्रत्येक सरकारी कार्यालय में कर्मचारियों को साइन भाषा का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि मूक-बधिर व्यक्तियों की शिकायतें, समस्याएं और आवश्यकताएं बिना किसी अवरोध के सुनी जा सकें। सोसाइटी के सदस्य रिजवान ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि विभिन्न सरकारी विभागों में मूक-बधिर दिव्यांगजनों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में अलीगढ़ में मूक-बधिर बच्चों के लिए केवल आठवीं तक विद्यालय संचालित है, जिसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्हें अन्य शहरों का रुख करना पड़ता है। ऐसे में अलीगढ़ शहर में माध्यमिक और स्नातक स्तर तक की कक्षाओं के संचालन की महती आवश्यकता है। प्रशिक्षण सत्र के दौरान जिलाधिकारी ने साइन भाषा में नाम पूछना, समस्या जानना और सहायता का तरीका बताना जैसे विभिन्न संकेतों को आत्मसात भी किया। इस अवसर पर ताहिरा गौतम, मोनिका गौतम, खिजर, ईशान, अली, तबस्सुम, तैयब एवं साक्षी सहित डेफ सोसाइटी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। समिति के अध्यक्ष अनुभव गौतम ने जिलाधिकारी को नवंबर माह में आयोजित होने वाले क्रिकेट मैच के लिए भी आमंत्रित किया।