बरेली बवाल के मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर के करीबी डॉ. नफीस के बारातघर पर दूसरे दिन भी चला बीडीए का बुलडोजर

बरेली बवाल के मुख्य आरोपी आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के दाहिने हाथ कहे जाने वाले डॉ. नफीस खां पर प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। रविवार को भी बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) का बुलडोजर डॉ. नफीस के किला क्षेत्र स्थित मोहल्ला जखीरा के रजा पैलेस बरातघर पर चला। सुबह करीब 10 बजे बीडीए की टीम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और बरातघर के शेष हिस्से को ढहाना शुरू किया। शनिवार को करीब 70 फीसदी हिस्से को ध्वस्त किया जा चुका था, जबकि शेष 30 फीसदी हिस्सा रविवार को मलबे में तब्दील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम रहे। आस-पास के घरों की छतों से लोग बुलडोजर की गर्जना का मंजर देखते रहे। बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंदन ए के मुताबिक, बरातघर का निर्माण बिना स्वीकृत नक्शे के किया गया था। आवासीय नक्शे पर व्यावसायिक निर्माण किए जाने के कारण नोटिस जारी कर पहले ही चेताया गया था। बावजूद इसके निर्माण जारी रहा, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। वक्फ की जमीन पर बना था बारातघर बीडीए और प्रशासनिक अफसरों को जांच के दौरान बरातघर की दीवार पर लगी नेम प्लेट से बड़ा खुलासा हुआ। नेम प्लेट पर मुतवल्ली शोएब बेग पुत्र स्व. अथहर बेग (पूर्व पीसीएस अधिकारी) लिखा था। बताया जा रहा है कि यह बरातघर वक्फ की जमीन पर बनाया गया था। डॉ. नफीस ने अपने बहनोई शोएब बेग के साथ मिलकर इसका निर्माण कराया था और संचालन भी शोएब बेग ही कर रहे थे। शनिवार को भी चला था बुलडोजर शनिवार को डीएम अविनाश सिंह की मौजूदगी में कैंप कार्यालय पर हुई हाई लेवल मीटिंग के बाद बीडीए टीम, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ जखीरा पहुंची थी। चार बुलडोजरों की मदद से दोपहर 3 बजे से रात 8 बजे तक पांच घंटे तक कार्रवाई चली थी। रविवार को शेष हिस्सा गिराकर प्रशासन ने दो दिन में पूरे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।