Maruti का एक और कमाल, कार ट्रांसपोर्टेशन के लिए रेलवे का सहारा, कश्मीर घाटी पहुंची पहली खेप

मारुति सुजुकी भारत की पहली ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई है जिसने भारतीय रेलवे की मदद से अपने वाहनों की खेप कश्मीर घाटी तक पहुंचाई. करीब 850 किलोमीटर की दूरी तय कर यह ट्रेन अनंतनाग रेलवे टर्मिनल पहुंची.

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रेल मार्ग से अपने वाहनों की पहली खेप कश्मीर घाटी भेजी है. कंपनी देश की पहली ऑटोमोबाइल निर्माता बन गई है जिसने वाहनों की सप्लाई के लिए भारतीय रेलवे का इस्तेमाल कर घाटी तक पहुंच बनाई है.

अनंतनाग में नए रेलवे टर्मिनल पर पहुंची इस पहली खेप में 100 से अधिक कारें शामिल थीं. इनमें Maruti Brezza, Dzire, WagonR और S-Presso जैसे लोकप्रिय मॉडल शामिल हैं. यह ट्रेन हाल ही में शुरू की गई कंपनी की मानेसर (हरियाणा) इन-प्लांट रेलवे साइडिंग से रवाना हुई थी और लगभग 850 किलोमीटर का सफर तय कर अनंतनाग पहुंची.

दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज से गुजरी ट्रेन

इस सफर की खासियत यह रही कि ट्रेन ने रास्ते में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज को पार किया. यह पुल इस साल की शुरुआत में शुरू किया गया था और इसे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) प्रोजेक्ट का अहम हिस्सा माना जाता है. इस परियोजना का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में कनेक्टिविटी को मजबूत करना और लॉजिस्टिक्स की दक्षता को बढ़ाना है.