शिक्षकों का संघर्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा,याचिका में सेवारत शिक्षकों की टेट अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की गई

*TET की अनिवार्यता को खत्म कराने हेतु उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ आगरा की ओर से पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई*

_याचिका में सेवारत शिक्षकों की टेट अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की गई_

*आगरा।* उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ सेवारत शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट ने TET की अनिवार्यता के आदेश किया था, जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ लगातार आंदोलन कर रहा था ।

आंदोलन के क्रम में 10 सितम्बर को जिला मुख्यालय पर विरोध दर्ज कराते हुए माननीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार और शिक्षा मंत्री भारत सरकार को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया था।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ प्रांतीय अध्यक्ष सुशील पाण्डेय के आह्वान पर जिले के सभी विद्यालयों में काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया जा रहा है, हस्ताक्षर अभियान चलाकर शिक्षक शिक्षण कार्य करते हुए अपना विरोध दर्ज करा रहे है।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ आगरा के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र कसाना, जिलामंत्री ब्रजेश दीक्षित एवं जिला उपाध्यक्ष विकास चतुर्वेदी के नेतृत्व में, माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश दिनांक 1 सितम्बर 2025 जिसमे से 20 वर्ष एवं 30 वर्ष जो शिक्षक लगातार सेवाएं दे रहे थे, उनके लिए सुप्रीम कोर्ट आगे 2 वर्ष में TET परीक्षा उत्तीर्ण करने के आदेश दिए गए थे, यदि 2 वर्ष की अवधि में TET परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की गई तो उन्हें सेवा से हटाए जाने के आदेश दिए गए है, इस TET अनिवार्यता के आदेश के विरुद्ध माननीय सुप्रीम कोर्ट में आज संगठन ने पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सेवारत शिक्षकों को TET से छूट प्रदान करने की मांग की गई है।

उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ आगरा के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित ने कहा कि शिक्षकों की न्यूनतम अर्हताओं में TET परीक्षा 2011 में जोड़ी गई इससे पूर्व चयनित शिक्षकों पर इसे लागू करना न्यायोचित नहीं है तथा जब शिक्षकों की भर्ती की गई तब उनकी अर्हताएं एवं शैक्षिक योग्यताएं पूर्ण थीं।TET की अनिवार्यता को समाप्त करने हेतु संघ की ओर से पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है।जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र कसाना ने कहा कि शिक्षकों के हक की इस लड़ाई को पूरी ताकत से लड़ा जाएगा चाहे वह रास्ता कोर्ट का हो या फिर आंदोलन का,शिक्षक हित में संघर्ष जारी रहेगा।इस अवसर पर ओमवीर डागुर,मुनेन्द्र राठौर, राकेश त्यागी,सूरज शर्मा, रंजीत चाहर, राजेंद्र त्यागी, राघवेन्द्र सिकरवार हरेंद्र वर्मा, रविन्द्र सिंह राजेश पांडेय भानवीर सिंह, मनोज शर्मा, अतीक उर रहमान, शिवकुमार शर्मा, मनीष कोहली दिनेश शर्मा, अशोक अरेला, रामनिवास अरुण पाराशर, कृष्ण गोपाल उपाध्याय, बृजभूषण शर्मा, आदि संघ के पदाधिकारियों ने संघर्ष जारी रखने की घोषणा की है।