रायगढ़ जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में  पंद्रह दिवसीय डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न

60 पात्र छात्र छात्राओं ने पंजीकृत होकर प्रशिक्षण में नियमित रूप से शामिल हुए और अवसर का लाभ उठाया

रायगढ़। शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ से संबद्ध जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा रायगढ़ में संस्था के चेयरमैन श्री शिरीष सारडा जी एवं डायरेक्टर श्रीमती तृप्ति अग्रवाल जी के ऊर्जामय संरक्षण एवं प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी के कुशल मार्गदर्शन में तथा लोक सेवा भारती एजुकेशन सोसायटी के कार्यान्वय में तथा इंफोसिस फाउंडेशन के सहयोग से विगत दिनांक 31/जुलाई 2025 से 20 अगस्त 2025 तक पंद्रह दिवसीय डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सफलता पूर्वक किया गया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में स्वयं जानकी कॉलेज के प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी,प्रो नेहा साहू,प्रो बसंत बंजी, प्रो डीलेश्वर खूंटे,प्रो आकाश निराला ने कॉलेज के डेटा एंट्री ऑपरेटर में पंजीकृत छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण दिया।

संस्था के चेयरमैन श्री शिरीष सारडा, डायरेक्टर श्रीमती तृप्ति अग्रवाल तथा प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए कॉलेज के कुल 60 पात्र छात्र छात्राओं ने अपना पंजीयन कराया था और एक महत्वपूर्ण शेड्यूल के साथ 15 दिनों तक छात्र छात्राओं को तीस तीस के दो बैच बनाकर प्रशिक्षण दिया गया। इन पंद्रह दिनों में लैब और पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से

प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया ।प्रथम दिवस कार्यक्रम की रूपरेखा समझाना

अपेक्षाएं और उद्देश्यों पर चर्चा की गई

द्वितीय दिवस डेटा एंट्री की परिभाषा

(जैसे कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर) में दर्ज करना बताया गया।तृतीय दिवस

आंतरिक और बाहरी विशेषज्ञों से कैसे जुड़े।चौथे दिन डेटा एंट्री ऑपरेटर की भूमिका और महत्व पर चर्चा। पांचवे दिन स्वास्थ्य एवं सुरक्षा परिचय कार्यस्थल पर सुरक्षित रहने के उपाय। छठवें दिवस खतरों एवं उनके प्रकार पर प्रकाश डाला गया। सातवें दिन खतरों की रिपोर्टिंग। आठवें दिन व्यक्तिगत स्वच्छता। नौवें दिन ए आई शब्दावली। दशवे दिवस मॉड्यूल कवरेज,। ग्यारहवें दिन भाषण के भाग। बारहवें दिवस कम्प्यूटर की परिभाषा और संचालन। तेरहवें दिवस ओ एस की मूल बातें। चौदहवें दिवस कम्प्यूटर विनिर्देश एवं पंद्रहवें दिवस एक्सेल फाइल फोल्डर सिस्टम एमएस वर्ड तथा मूल्यांकन में थ्योरी और प्रैक्टिकल टेस्ट कराया गया। इस दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र छात्राओं का स्क्रीनिंग भी लोक भारती एजुकेशन सोसायटी एवं इंफोसिस फाउंडेशन द्वारा ली गई।