हरदोई में तहसील समाधान दिवस बना औपचारिकता, सिटी मजिस्ट्रेट समय से पहले हुए रवाना, प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल

हरदोई। शासन द्वारा आम जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु माह के प्रथम और तृतीय शनिवार को आयोजित होने वाला तहसील समाधान दिवस अब धीरे-धीरे औपचारिकता मात्र बनता जा रहा है। ताजा मामला हरदोई सदर तहसील का है, जहां शनिवार को आयोजित समाधान दिवस में फरियादी अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे थे, लेकिन जिन अधिकारी को अध्यक्षता करनी थी, वे कार्यक्रम के मध्य ही बिना सूचना दिए चले गए।

डीएम कार्यालय से नगर मजिस्ट्रेट सुनील कुमार त्रिवेदी को समाधान दिवस की अध्यक्षता हेतु अधिकृत किया गया था, लेकिन वे 11:56 बजे ही कार्यक्रम स्थल से रवाना हो गए, जबकि उस समय कई फरियादी अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। उनकी इस कार्यशैली से न सिर्फ फरियादियों में निराशा फैली, बल्कि शासन की जनसेवा मंशा को भी धक्का लगा।

मौके पर मौजूद एसडीएम सदर सुशील कुमार मिश्रा और सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने जरूर शिकायतें सुनीं, परंतु जिस अधिकारी को प्रमुखता से समस्याओं को सुनकर समाधान के निर्देश देने थे, उनकी गैरहाजिरी ने पूरे आयोजन को कमजोर बना दिया।

फरियादियों ने आरोप लगाया कि कई मामले डीएम अनुनय झा तक भी पहुंचे हैं, लेकिन अब तक उनका समाधान नहीं हुआ। वहीं, जब जिलाधिकारी से वर्जन लेने के लिए उनके सीयूजी नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई, तो कॉल रिसीव नहीं हुई।

इस लापरवाही से यह सवाल उठना लाजमी है कि जब अधिकारी ही समाधान दिवस को गंभीरता से नहीं लेंगे, तो आमजन की समस्याएं कैसे हल होंगी।