पत्रकारों की आवाज़ अब चुप नहीं बैठेगी राजस्थान अधिवेशन में संदीप काळे ने सरकार को दी खुली चेतावनी

पत्रकारों की आवाज़ अब चुप नहीं बैठेगी

राजस्थान अधिवेशन में संदीप काळे ने सरकार को दी खुली चेतावपत्रकारों की आवाज़ अब चुप नहीं बैठेगी

राजस्थान अधिवेशन में संदीप काळे ने सरकार को दी खुली चेतावनी

जयपुर | 30 जुलाई 2025

राजस्थान के झोटवाड़ा में आयोजित व्हॉईस ऑफ मीडिया के राज्य अधिवेशन में संस्थापक एवं अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप काळे ने पत्रकारों की सुरक्षा, सम्मान और भविष्य को लेकर सरकार के सामने बेहद स्पष्ट और मजबूत माँगें रखीं। हजारों पत्रकारों की उपस्थिति में उन्होंने हुंकार भरी ?

"हम कोई चुनाव जीतने नहीं आए हैं ? हम पत्रकार हैं, और हमारी कलम ही हमारा अस्त्र है!"

काळे ने अपने ओजस्वी भाषण में कहा कि पत्रकार आज देश के सबसे असुरक्षित वर्गों में से एक बन चुके हैं। रोज़ धमकियाँ, झूठे मुकदमे, शारीरिक हमले और सरकारी दमन का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पत्रकार सुरक्षा कानून अब केवल एक माँग नहीं, बल्कि ज़रूरत है। उन्होंने माँग की कि इस कानून में विशेष पत्रकार न्यायालय, तत्काल FIR, और कानूनी सहायता तंत्र जैसी ठोस व्यवस्था हो।

उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहाँ के पत्रकारों को ₹15,000 मासिक पेंशन मिलती है और मृत्युपरांत उनके परिवार को ₹10,000 की पेंशन दी जाती है। "राजस्थान के पत्रकार इससे वंचित क्यों रहें?" ? यह सवाल सरकार से पूछते हुए उन्होंने पत्रकार पेंशन योजना को तुरन्त लागू करने की माँग की।

संदीप काळे ने यह भी कहा कि आज डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे YouTube, पोर्टल्स, सोशल मीडिया पर सैकड़ों युवा पत्रकार काम कर रहे हैं। इन डिजिटल पत्रकारों को भी सरकार द्वारा मान्यता, विज्ञापन और सुरक्षा दी जानी चाहिए। वे भी सच्चाई को सामने लाने का काम कर रहे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने राजस्थान सरकार से माँग की कि वह राज्य पत्रकार आयोगकी स्थापना करे, जो पत्रकारों की शिकायतें, उत्पीड़न और अन्याय की घटनाओं पर कार्रवाई करेगा।
उन्होंने यह भी माँग की कि तहसील व ग्रामीण पत्रकारों के लिए पत्रकार आवास योजना, पत्रकारों के बच्चों के लिए शिक्षा में विशेष सुविधा, और महिला पत्रकारों के लिए सुरक्षा प्रकोष्ठ की शुरुआत हो।

इस अवसर पर 13 सूत्रीय ठराव अधिवेशन में सर्वसम्मति से पारित किए गए, जिन्हें जल्द ही मुख्यमंत्री और सूचना विभाग को सौंपा जाएगा।

अंत में काळे ने कहा ?

"अगर सरकार इन माँगों को अनसुना करती है, तो व्हॉईस ऑफ मीडिया आंदोलन की राह चुनेगा। अब पत्रकार चुप नहीं बैठेंगे। जब पत्रकार एकजुट होते हैं, तो सत्ता की नींव हिलती है ? और हम यही करने जा रहे हैं।"

अधिवेशन के समापन पर पूरा सभागार गूंज उठा ?
?पत्रकार झुकेगा नहीं!??व्हॉईस ऑफ मीडिया जिंदाबाद!?

इस कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, आनंद गुप्ता, मंजू शर्मा, राजेंद्र शर्मा, नरेश जाजू, प्रतीक जैन, बाबूलाल सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता दर्ज कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

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