विश्व युवा कौशल दिवस पर जन शिक्षण संस्थान ने दी रोजगार परख प्रशिक्षणों की जानकारी*

शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को कम करने " ए आई एवम डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण " की थीम पर जेएसएस ने मनाया विश्व युवा कौशल दिवस

चित्रकूट/ कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित तथा दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट द्वारा विश्व युवा कौशल दिवस " ए आई एवम डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण " की थीम के साथ मऊ में सम्पन्न हुआ। जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अनिल कुमार सिंह ने संस्थान द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न रोजगार परख प्रशिक्षणों की विस्तृत जानकारी प्रदान की एवं बताया कि विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को कम करना, युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना, बेरोजगारी को कम करना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। कौशल विकास के लिए बदलते कार्य, वातावरण के अनुकूल रोजगार क्षमता को बढ़ाने और उनके आजीविका के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह उत्पादकता और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने में कौशल विकास की भूमिका पर विशेष बल देता है, साथ ही प्रत्येक वर्ष 15 जुलाई को मनाया जाने वाला विश्व युवा कौशल दिवस दुनिया भर में युवाओं के विकास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण महत्व रखता है। डिजिटल सशक्तिकरण का उद्देश्य लोगों को डिजिटल दुनिया में सक्रिय और सार्थक रूप से भाग लेने में सक्षम बनाना है, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके साथ ही यह समावेशी विकास और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में मदद करती है। युवाओं को रोजगार, उद्यमिता और स्थायी आजीविका के लिए आवश्यक कौशल और योग्यता इससे जुड़कर आत्मनिर्भर एवं स्वरोजगारी बनें ।ऑन लाइन कंप्यूटर सेंटर के निदेशक आशीष सोनी ने कहा यह सरकारों, शैक्षिक संस्थानों, नियोक्ताओं और संगठनों को प्रशिक्षण, शिक्षा में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जो युवाओं के कौशल और क्षमताओं को बढ़ाते हैं, जिससे वे श्रम बाजार में अधिक प्रभावी ढंग से भाग ले सकें । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राघवेंद्र सिंह जिला महामंत्री भा ज पा ने कहा कि हमे स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर स्वावलंबी बनना होगा । भारत सरकार बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई योजनाएँ संचालित कर रही है। इन योजनाओं का उद्देश्य आप सभी युवाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना और देश के विकास में योगदान देना है जिनका लाभ हम प्राप्त कर आत्मनिर्भर एवम स्वावलम्बी बन सकते हैं । कार्यकम में कंप्यूटर , ब्यूटी एंड वेलनेश, हाँथ कढ़ाई के प्रमाणपत्रों का वितरण किया गया । कार्यक्रम का सफल संचालन सुघर सिंह ने तो वहीं धन्यवाद ज्ञापन सहायक परियोजना समन्वयक प्रभाकर मिश्र ने किया। कार्यक्रम में अनुदेशक आरती सोनी, प्रीति सोनी, अम्बरीष सोनी सहित 79 महिलाओं एवं 25 पुरुषों ने प्रतिभाग किया।