अभाविप ने मनाया "राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस"; प्रयाग महानगर में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में संगोष्ठी का किया गया आयोजन

प्रयागराज।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रयाग महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा आज अभाविप के 77वें स्थापना दिवस पर सिविल लाइंस स्थित ज्वाला देवी इंटर कॉलेज एवं साथ ही प्रयाग महानगर के इलाहाबाद डिग्री कॉलेज, जगत तारन डिग्री कॉलेज, बाल विद्या मंदिर एवं स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।देश-भर में अभाविप के स्थापना दिवस को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाता है और यह अभाविप के राष्ट्रीय कार्यक्रमों में से एक है।इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में अभाविप के प्रांत शोध कार्य संयोजक सर्वेश सिंह एवं कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में ज्वाला देवी इंटर कॉलेज के प्राचार्य विक्रम सिंह परिहार की उपस्थिति रही।कार्यक्रम की शुरुआत कटरा स्थित अभाविप कार्यालय पर ध्वजारोहण से हुई, जिसमें प्रांत संगठन मंत्री अभिलाष जी ने ध्वज फहराया एवं कार्यकर्ताओं को संगठन के ध्येय पथ पर निरंतर अग्रसर रहने का आह्वान किया।अभाविप ने अपने 76 वर्षों की ध्येय यात्रा को पूर्ण कर 77 वें वर्ष में प्रवेश किया है और आज विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में बनकर उभरी है।आज अभाविप शिक्षा के साथ समाज, पर्यावरण, सेवा, खेल, तकनीकी, आदि क्षेत्रों में भी प्रमुखता से कार्य कर रही है। अभाविप ने इस यात्रा में मानवता के लिए स्वर्णिम इतिहास लिखा है और अभाविप का यह विराट स्वरूप पूर्व कार्यकर्ताओं के संघर्षों की देन है।अभाविप आज भारत के प्रत्येक परिसर में मौजूद है और व्यक्तित्व निर्माण से राष्ट्र पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर काम कर रही है। अभाविप ही एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है, जो किसी दल विशेष का छात्र संगठन नहीं है और अभाविप के प्रत्येक निर्णय अभाविप द्वारा स्वयं लिए जाते हैं, वहीं अन्य छात्र संगठन किसी दल विशेष के ध्येय को साधने में व्यस्त हैं।स्थापना काल से ही अभाविप विद्यार्थियों की समस्या के लिए कार्यरत है और यह यात्रा अविरल चलती रहेगी।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अभाविप के प्रांत शोध कार्य संयोजक सर्वेश सिंह ने कहा कि, "आज अभाविप का 77 वां स्थापना दिवस है और अभाविप की यह यात्रा भारत के विकास की यात्रा रही है। 'ज्ञान, शील, एकता' ध्येय वाक्य के साथ कार्य करने वाले अभाविप कार्यकर्ताओं ने सदैव ही राष्ट्र प्रथम भावना के साथ कार्य किया है।"
इस अवसर पर प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में स्टूडेंट्स फॉर सेवा की राष्ट्रीय संयोजक कुमारी पायल जी ने कहा, "अभाविप केवल एक संगठन नहीं, बल्कि युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण और समाजोत्थान की चेतना है। यह संगठन युवाओं को केवल शैक्षणिक दिशा ही नहीं देता, बल्कि उन्हें सेवा, संस्कार और नेतृत्व का भी मार्ग दिखाता है। आज का विद्यार्थी ही कल का राष्ट्र निर्माता है, और अभाविप इस दिशा में अमूल्य कार्य कर रहा है।"प्रयाग महानगर मंत्री प्रतीक मिश्रा सूरज ने कहा कि, "आज अभाविप की आवाज़, भारत के युवाओं की आवाज़ का प्रतिनिधित्व कर रही है और विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में कार्य कर रही है। विद्यार्थी परिषद ने खुद को कभी दलगत राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया, आज भी छात्र हितों की बात जहां आती है अभाविप प्रखरता से उसके समाधान हेतु कार्य करती है।अभाविप आज शैक्षिक परिसरों के साथ ही समाज के विभिन्न घटकों के लिए भी कार्य कर रही है। अभाविप सत्ता परिवर्तन नहीं अपितु समाज परिवर्तन हेतु कार्य करती है। शैक्षिक परिवेश को बेहतर बनाने तथा समाज को एक सूत्र में पिरोने हेतु अभाविप के कार्यकर्ता प्रतिबद्ध हैं और निरंतर कार्य करते रहेंगे।"कार्यक्रम में अभाविप के महानगर अध्यक्ष डॉ मनीष श्रीवास्तव, प्रांत छात्रा प्रमुख डॉ आभा त्रिपाठी, शांतनु मिश्रा, अमन शुक्ला, सूर्य प्रकाश गुप्ता, अभिनव पांडेय, ज्ञान प्रकाश सहित विद्यार्थी परिषद के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।