पू. सी. रेलवे (निर्माण) के महाप्रबंधक ने अररिया - गलगलिया नई ब्रॉड गेज लाइन परियोजना का स्पीड ट्रायल के साथ निरीक्षण किया

पू. सी. रेलवे (निर्माण) के महाप्रबंधक ने अररिया - गलगलिया नई ब्रॉड गेज लाइन परियोजना का स्पीड ट्रायल के साथ निरीक्षण किया

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर)/निर्माण के महाप्रबंधक श्री अरुण कुमार चौधरी ने 16 जून 2025 को अररिया-गलगलिया नई ब्रॉड गेज (बीजी) लाइन रेल परियोजना का व्यापक निरीक्षण किया। बिहार स्थित पू. सी. रेलवे के कटिहार मंडल में अररिया और ठाकुरगंज के बीच नई बिछाई गई लाइन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान, अररिया के माननीय सांसद श्री प्रदीप कुमार सिंह और पू. सी. रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान, 120 कि.मी. प्रति घंटे की गति से सफलतापूर्वक हाई-स्पीड ट्रायल रन किया गया, जो नई बिछाई गई पटरी की अवस्था और गुणवत्ता को दर्शाता है।

अररिया कोर्ट से ठाकुरगंज तक 110.75 किलोमीटर तक फैली अररिया-गलगलिया बीजी लाइन परियोजना, बिहार और आसपास के क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी और परिचालन दक्षता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे 2025 तक पूरा करने की योजना है। विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण के दौरान, महाप्रबंधक ने संपूर्ण परियोजना के बुनियादी संरचना के कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। अररिया-अररिया कोर्ट-रहमतपुर (8.24 कि.मी.) और पौआखाली-ठाकुरगंज (23.24 कि.मी.) के सेक्शन क्रमशः अप्रैल और नवंबर 2024 में चालू हो चुके हैं। रहमतपुर-पौआखाली (79.27 कि.मी.) के बीच शेष सेक्शन अब चालू होने की प्रतीक्षा में है, जो संपूर्ण परियोजना को पूरा करेगा।

इस परियोजना में 64 बड़े पुल, 264 छोटे पुल और 15 रेलवे स्टेशनों का निर्माण शामिल है, जो किए गए इंजीनयरी कार्यों के पैमाने और जटिलता को दर्शाता है। इन संरचनाओं ने इस कॉरिडोर की रीढ़ का निर्माण किया हैं, जो पूरे मार्ग पर निर्बाध कनेक्टिविटी और परिचालन संरक्षा सुनिश्चित करती हैं।

इस रेलवे लाइन से बिहार के दूरदराज और वंचित क्षेत्रों को राष्ट्रीय रेलवे ग्रिड से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण परिवहन कड़ी के रूप में सेवा मिलने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य यात्री और माल परिवहन की सुगम आवाजाही, पर्यटन को बढ़ावा तथा व्यापार गतिविधियों को सहयोग प्रदान कर क्षेत्रीय विकास को गति प्रदान करना है। इसके अलावा, नेपाल के साथ सीमा पार कनेक्टिविटी बढ़ाने में इसका रणनीतिक महत्व है। पू. सी. रेलवे इस परिवर्तनकारी परियोजना को समय पर पूरा करने को प्रतिबद्ध होने के साथ-साथ गुणवत्ता और संरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करता है।